विश्व कल्याण के लिए आत्मनिर्भर भारत जरूरी मोदी
तिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने पर जोर दिया और इसके लिए एक व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कई घोषणाएं भी कीं। ’’आत्मनिर्भर भारत’’ को विश्व कल्याण के लिए भी जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी भी इस संकल्प से देश को नहीं डिगा सकती है। ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से अपने सातवें स्वतंत्रता दिवस संबोधन में मोदी ने कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान सर्वोपरि है और जिसने भी इस पर आंख उठाई, देश व देश की सेना ने उसे उसकी ही भाषा में जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ के साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ का नारा दिया और ‘‘राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान’’ की घोषणा की। पारम्परिक कुर्ता-पायजामा और माथे पर साफा पहने प्रधानमंत्री ने 86 मिनट के अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, अपनी क्षमता, अपनी रचनात्मकता, अपने कौशल को बढ़ाना भी है। उन्होंने कहा कि सिर्फ कुछ महीने पहले तक एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब विदेशों से मंगवाये जाते थे लेकिन आज इन सभी में भारत न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं। हमें ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ के मंत्र को लेकर आगे बढ़ना है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच भारतीयों ने आत्म-निर्भर होने का संकल्प लिया है और यह केवल शब्द नहीं बल्कि सभी लोगों के लिए मंत्र है। उन्होंने कहा कि आखिर भारत कब तक कच्चे माल का निर्यात करेगा और तैयार उत्पादों का आयात करेगा, भारत को आत्म-निर्भर होना होगा। उन्होंने कहा कि भारत की विश्व अर्थव्यवस्था में जो हिस्सेदारी है, वह बढ़नी चाहिए और इसके लिये हमें आत्म-निर्भर होना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम आर्थिक वृद्धि और विकास पर ध्यान केंद्रित करें तो मानवता इस प्रक्रिया में केंद्रीय भूमिका में होनी चाहिए।’’ प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हमारा मन पूरी तरह से ‘वोकल फॉर लोकल’ (स्थानीय उत्पादों पर जोर देने वाला) होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर चल रहे तनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान सर्वोपरि है और जिसने भी इस पर आंख उठाई, देश व देश की सेना ने उसे उसकी ही भाषा में जवाब दिया। मोदी ने चीन का नाम लिए बगैर कहा कि संप्रभुता के सम्मान के लिए देश व उसके जवान क्या कर सकते हैं, यह दुनिया ने लद्दाख में हाल ही में देखा। उन्होंने कहा, ‘‘नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसे उसी की भाषा में जवाब दिया है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है।’’ प्रधानमंत्री ने गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आतंकवाद हो या विस्तारवाद, भारत आज इनका डटकर मुकाबला कर रहा है। पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य के रूप में भारत को 192 में से 184 देशों के मिले समर्थन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह दर्शाता है कि आज दुनिया का भारत पर विश्वास और मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘विश्व के 192 में से 184 देशों का भारत को समर्थन मिलना हर हिंदुस्तानी के लिए गर्व की बात है। विश्व में कैसे हमने अपनी पहुंच बनाई है यह उसका उदाहरण है। यह तभी संभव होता है जब भारत खुद मजबूत हो, भारत सशक्त हो, भारत सुरक्षित हो।’’ मोदी ने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों के साथ चाहे वे हमसे जमीन से जुड़े हों या समंदर से, हम अपने संबंधों को और विश्वास के साथ जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत का लगातार प्रयास है कि अपने पड़ोसी देशों के साथ अपने सदियों पुराने सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक रिश्तों को और गहराई दे।’’ उन्होंने दक्षिण एशिया के देशों का आह्वान करते हुए कहा कि पूरे क्षेत्र में जितनी शांति होगी, जितना सौहार्द्र होगा, वह मानवता के काम आएगा। उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया का हित इसमें समाहित है।’’ ‘मेक इन इंडिया’ के साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ (विश्व के लिए विनिर्माण) का नारा जोड़ते हुए मोदी ने भारत को आर्थिक नीतियों में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ विश्व आपूर्ति श्रृंखला में विनिर्माण के एक प्रमुख केंद्र के रूप में प्रस्तुत करने का संकल्प पेश किया। उन्होंने कहा कि भारत अपनी 130 करोड़ जनता के समर्थन के साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ की दिशा में प्रगति करने का सामर्थ्य रखता है।’’आत्मनिर्भरता’’ को कोरोना वायरस महामारी से मिली सबसे बड़ी सीख करार देते हुए प्रधानमंत्री ने ‘‘राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान’’ की घोषणा की और कहा कि इससे देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति आएगी और तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी। उन्होंने कहा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है और यह है ‘‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन’’। उन्होंने कहा, ‘‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति लेकर आएगा। तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी।’’ देश के सर्वांगीण अवसरंचना विकास के लिए ‘‘राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना’’ में 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जाने का एलान करते हुए उन्होंने बताया कि इसके लिए लगभग सात हजार परियोजनाओं को चिह्नित भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि भारत को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए, देश के सर्वांगीण अवसंरचना विकास को एक नई दिशा देने की जरूरत है। कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग का विस्तार से जिक्र करते हुए मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि 130 करोड़ देशवासियों की संकल्प शक्ति से भारत यह जंग जीतेगा। प्रधानमंत्री ने कोरोना योद्धाओं, स्वतंत्रता के आंदोलन में कुर्बानी देने वाले सभी सेनानियों और देश की रक्षा में शहादत देने वाले जवानों को भी याद किया और उन्हें नमन किया। इससे पहले लाल किले पहुंचने पर प्रधानमंत्री ने तिरंगा झंडा फहराया और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धाजंलि अर्पित की।
हेल्थ मिशन से नई साइबर नीति तक, पीएम मोदी ने डेढ़ घंटे के भाषण में किए 10 बड़े एलान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस पर े लाल किले की प्राचीर से 10 बड़े एलान किए। हर भारतीय को हेल्थ कार्ड देने वाली नैशनल डिजिटल हेल्थ मिशन जैसी बड़ी योजना के तत्काल प्रभाव से शुरू होने की उन्होंने घोषणा की। देश में नई साइबर सुरक्षा नीति लाने की बात भी प्रधानमंत्री मोदी ने देश को बताई। प्रधानमंत्री ने बहुप्रतीक्षित कोरोना वैक्सीन पर चर्चा करते हुए कहा कि एक नहीं तीन-तीन वैक्सीनों पर काम चल रहा है। लाल किले की प्राचीर से सुबह साढ़े सात से नौ बजे तक करीब डेढ़ घंटे लंबे भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 10 प्रमुख ऐलान किए।
नैशनल डिजिटल हेल्थ मिशन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला बड़ा एलान नैशनल डिजिटल हेल्थ मिशन को लेकर किया। उन्होंने कहा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है। ये है नैशनल डिजिटल हेल्थ मिशन। हर भारतीय को एक हेल्थ कार्ड मिलेगा। आपके हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी इसी एक हेल्थ कार्ड में समाहित होगी। भारत के हेल्थ सेक्टर में यह योजना नई क्रांति लेकर आएगी।
देश में कोरोना वैक्सीन की बड़े पैमाने पर उत्पादन की तैयारी : मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में इस वक्त एक नहीं,दो नहीं, तीन-तीन कोरोना वैक्सीन परीक्षण के विभिन्न चरणों में है और जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, देश में उन वैक्सीन को बड़े पैमाने पर उत्पादन की भी तैयारी है। श्री मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को लाल किले की प्राचीर से संबोधित करते हुए कहा, ‘जब कोरोना की बात आती है, हर किसी के मन में सवाल आता है कि कोरोना की वैक्सीन कब आयेगी। मैं देशवासियों को एक बात कहना चाहूंगा कि हमारे देश के वैज्ञानिक, हमारे वैज्ञानिकों की प्रतिभा एक ऋषि मुनि की तरह लैबोरेट्री में जीजान से जुटी है। देश के वैज्ञानिक अखंड एकनिष्ठ तपस्या कर रहे हैं। बड़ी मेहनत कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि भारत में एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन वैक्सीन परीक्षण के अलग-अलग चरण में हैं। जब वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिल जायेगी, बड़े पैमाने पर उनका उत्पादन होगा। बड़े पैमाने पर उत्पादन की तैयारियां पूरी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि 130 करोड़ देशवासियों की संकल्प शक्ति से भारत कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग जीतेगा। 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश एक विशिष्ट परिस्थिति से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्मः की भावना के साथ अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी और अनेक लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।’’ ऐसे कोरोना योद्धाओं को नमन करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि 130 करोड़ देशवासियों की इच्छा शक्ति व संकल्प शक्ति हमें इसमें भी विजय दिलाएगी और हम विजयी होकर रहेंगे। मुझे विश्वास है।’’ प्रधानमंत्री ने कोरोना कालखंड के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। इस अवसर पर उन्होंने स्वतंत्रता के आंदोलन में कुर्बानी देने वाले सभी सेनानियों को भी याद किया और उन्हें नमन किया। इससे पहले लाल किले पहुंचने पर प्रधानमंत्री ने तिरंगा झंडा फहराया और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी।
एनसीसी का विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी ने नेशनल कैडेड कोर(एनसीसी) के विस्तार का एलान किया। उन्होंने देश को बताया कि अब एनसीसी का विस्तार देश के 173 सीमाओं और तटीय जिलों तक सुनिश्चित किया जाएगा। इस अभियान के तहत करीब 1 लाख नए एनसीसी कैडेट्स को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें भी करीब एक तिहाई बेटियों को ये स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी।
नई साइबर सिक्यॉरिटी पॉलिसी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में नई राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति का मसौदा तैयार कर लिया गया है। भारत इस संदर्भ में सचेत है, सतर्क है और इन खतरों का सामना करने के लिए फैसले ले रहा है और नई-नई व्यवस्थाएं भी लगातार विकसित कर रहा है। आने वाले समय में नई साइबर सिक्योरिटी नीति लाई जाएगी।
हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर का जाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंटरनेट सुविधा पहुंचाने के लिए देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने का एलान किया। उन्होंने कहा कि आने वाले एक हजार दिन में इस लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। साल 2014 से पहले देश की सिर्फ 5 दर्जन पंचायतें ऑप्टिल फाइबर से जुड़ी थीं। बीते पांच साल में देश में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है।
लक्षद्वीप की इंटरनेट कनेक्टिविटी
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि अगले 1000 दिन में, लक्षद्वीप को भी सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ दिया जाएगा। उन्होने कहा कि हमारे देश में 1300 से ज्यादा आइलैंड्स हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा आइलैंड्स को, उनकी भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, देश के विकास में उनके महत्व को ध्यान में रखते हुए, नई विकास योजनाएं शुरू करने पर काम चल रहा है।
प्रोजेक्ट लॉयन और डॉल्फिन
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोजेक्ट लॉयन और डॉल्फिन का एलान किया। उन्होंने कहा कि अपनी बायोडायवर्सिटी के संरक्षण और संवर्धन के लिए भारत पूरी तरह संवेदनशील है। बीते कुछ समय में देश में शेरों की, टाइगर की आबादी तेज गति से बढ़ी है। अब देश में हमारे एशियाई शेरों के लिए एक प्रोजेक्ट लॉयन की भी शुरूआत होने जा रही है। वहीं डॉल्फिन के संरक्षण के लिए भी प्रोजेक्ट चलाने पर जोर दिए।
100 लाख करोड़ का खर्च
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे देश को मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ने की एक बहुत बड़ी योजना तैयार की गई है। इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अलग-अलग सेक्टर्स के लगभग 7 हजार प्रोजेक्ट्स को चिन्हित भी किया जा चुका है। ये एक तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की तरह होगा।
नेबरहुड पॉलिसी के विस्तार पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने पड़ोसियों के साथ रिश्तों की मजबूती और उसके विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों के साथ चाहे वो हमसे जमीन से जुड़े हों या समंदर से, अपने संबंधों को हम सुरक्षा, विकास और विश्वास की साझेदारी के साथ जोड़ रहे हैं। आज पड़ोसी सिर्फ वो ही नहीं हैं जिनसे हमारी भौगोलिक सीमाएं मिलती हैं, बल्कि वे भी हैं जिनसे हमारे दिल मिलते हैं। जहां रिश्तों में समरसता होती हैए मेल जोल रहता है।
प्रदूषण के खिलाफ अभियान
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शहरों से प्रदूषण खत्म करने की योजना की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश के 100 चुने हुये शहरों में प्रदूषण कम करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण के साथ एक विशेष अभियान पर भी काम हो रहा है।
मोदी ने ‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन’ शुरू करने की घोषणा की
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘‘आत्मनिर्भरता’’ को कोरोना वायरस महामारी से मिली सबसे बड़ी सीख करार देते हुए ‘‘राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान’’ की घोषणा की। लाल किले की प्राचीर से 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि इससे देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति आएगी और तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के कालखंड में आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी सीख स्वास्थ्य क्षेत्र ने सिखाई है। जब कोरोना वायरस महामारी शुरू हुई थी तब हमारे देश में कोरोना वायरस की जांच के लिए सिर्फ एक प्रयोगशाला थी। आज देश में 1,400 से ज्यादा प्रयोगशालाएं हैं।’’ उन्होंने कहा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है और यह है ‘‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन’’। उन्होंने कहा, ‘‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति लेकर आएगा। तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी।’’ मोदी ने कहा कि आपकी हर चिकित्सा जांच, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी इसी एक स्वास्थ्य पहचान पत्र में समाहित होगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस अभियान के माध्यम से लोगों को तमाम दिक्कतों से मुक्ति मिलेगी।’’ उन्होंने कहा कि आज भारत में कोराना वायरस के एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन टीके इस समय परीक्षण के चरण में हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, देश की तैयारी उन टीकों के बड़े पैमाने पर उत्पादन की भी है।’’
प्रधानमंत्री ने ‘राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना’ की घोषणा की
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश के सर्वांगीण अवसरंचना विकास के लिए ‘‘राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना’’ की घोषणा की और कहा कि इसके लिए 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा भारत को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए, देश के सर्वांगीण अवसंरचना विकास को एक नई दिशा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘ये जरूरत पूरी होगी राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना से। इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों की लगभग सात हजार परियोजनाओं को चिह्नित भी किया जा चुका है। ये एक तरह से अवसरंचना में नई क्रांति की तरह होगा।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, अपनी क्षमता, अपनी रचनात्मकता, अपने कौशल को बढ़ाना भी है। उन्होंने कहा कि सिर्फ कुछ महीना पहले तक एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब विदेशों से मंगवाया जाता था लेकिन आज इन सभी में भारत न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं। हमें ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ के मंत्र को लेकर आगे बढ़ना है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच भारतीयों ने आत्म-निर्भर होने का संकल्प लिया है और यह केवल शब्द नहीं बल्कि सभी लोगों के लिए मंत्र है। उन्होंने कहा कि आखिर भारत कब तक कच्चे माल का निर्यात करेगा और तैयार उत्पादों का आयात करेगा, भारत को आत्म-निर्भर होना होगा। उन्होंने कहा कि भारत की विश्व अर्थव्यवस्था में जो हिस्सेदारी है, वह बढ़नी चाहिए और इसके लिये हमें आत्म-निर्भर होना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम आर्थिक वृद्धि और विकास पर ध्यान केंद्रित करें तो मानवता इस प्रक्रिया में केंद्रीय भूमिका में होनी चाहिए।’’ प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हमारा मन पूरी तरह से ‘वोकल फॉर लोकल’ (स्थानीय उत्पादों पर जोर देने वाला) होना चाहिए।
नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों को देगी ‘ग्लोबल सिटीजन’ बनने का सामर्थ्य : मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों को न केवल अपनी जड़ों से जोड़ेगी बल्कि उसे ‘ग्लोबल सिटीजन ‘बनने का भी पूरा सामर्थ्य देगी। श्री मोदी ने को यहां लाल किले के प्राचीर से 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत, आधुनिक भारत और नए भारत बनाने के साथ-साथ समृद्ध एवं खुशहाल भारत बनाने में देश की शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व है। इसी सोच के साथ तीन दशक के बाद एक नई शिक्षा नीति देने में हम सफल हुए है। उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति का देश के कोने कोने से स्वागत के समाचार मिल रहे हैं और हमें नई ऊर्जा और विश्वास दे रहे हैं। यह शिक्षा नीति विद्यार्थियों को जड़ से जोड़ेगी लेकिन साथ- साथ एक ग्लोबल सिटीजन बनाने का भी सामर्थ्य देगी।वह जड़ों से जुड़ा होगा लेकिन उसका सिर आसमान की ऊंचाइयों को छूता होगा। श्री मोदी ने नई शिक्षा नीति की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रीय रिसर्च फाउंडेशन की भी बात कही गई है और नवाचार पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश को प्रगति करने के लिए नवाचार और शोध की जरूरत है। नवाचार से हमें जितना बल मिलेगा, उतनी ही हमारी ताकत बढ़ेगी। कोरोना काल मे ऑनलाइन शिक्षा का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि हमने कभी सोचा था कि ऑनलाइन शिक्षा का गांव- गांव तक माहौल बन जायेगा। कोरोना काल में ऑनलाइन क्लासेस चर्चा का विषय बन गया है। कभी कभी आफत में भी अवसर बन जाता है।
श्रमिकों, किसानों, युवाओं महिलाओं से है देश की शक्ति : मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने े लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं, श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के जीवन को सुगम बनाने के लिए सरकार ने क्रांतिकारी कदम उठाए हैं जिससे वे अपनी पूरी क्षमताओं के साथ राष्ट्र निर्माण में योगदान कर सकें। श्री मोदी ने यहां 74वें स्वाधीनता दिवस के मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यमवर्ग को यदि अवसर दिए जाएं तो वह पूरी संभावनाओं और क्षमताओं के साथ काम करता है और आश्चर्यजनक परिणाम देता है। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान श्रमिकों, किसानों, महिलाओं और युवाओं की कार्यक्षमता का उल्लेख करते हुए कहा कि इस संकट के समय ने यह सिद्ध कर दिया कि प्रत्येक भारतीय राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन सुगम बनाने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा। इससे लोगों को स्थानीय स्तर पर वे सभी सुविधाएं मिल सकेंगी जिनके लिए शहर आते हैं। गांव में रोजगार के अवसर होंगे और युवाओं को अपनी क्षमता का विकास करने का पूरा अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 से पहले देश की सिर्फ पांच दर्जन पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं। बीते पांच साल में देश में डेढ़ लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा, ‘आने वाले 1000 दिन में देश के हर गांव को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा।’
संप्रभुता पर आंख उठाने वालों को देश, सेना ने उन्हीं की भाषा में जवाब दियाः मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर चल रहे तनाव के बीच शनिवार को कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान सर्वोपरि है और जिसने भी इस पर आंख उठाई, देश व देश की सेना ने उसे उसकी ही भाषा में जवाब दिया। देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए मोदी ने चीन का नाम लिए बगैर कहा कि संप्रभुता के सम्मान के लिए देश व उसके जवान क्या कर सकते हैं, यह दुनिया ने लद्दाख में हाल ही में देखा। उन्होंने कहा, ‘‘नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसका उसी की भाषा में जवाब दिया है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है।’’ प्रधानमंत्री ने गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आतंकवाद हो या विस्तारवाद, भारत आज इनका डटकर मुकाबला कर रहा है। पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य के रूप में भारत को 192 में से 184 देशों के मिले समर्थन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह दर्शाता है कि आज दुनिया का भारत पर विश्वास और मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘विश्व के 192 में से 184 देशों का भारत को समर्थन मिलना हर हिंदुस्तानी के लिए गर्व की बात है। विश्व में कैसे हमने अपनी पहुंच बनाई है यह उसका उदाहरण है। यह तभी संभव होता है जब भारत खुद मजबूत हो, भारत सशक्त हो, भारत सुरक्षित हो।’’ मोदी ने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों के साथ चाहे वे हमसे जमीन से जुड़े हों या समंदर से, हम अपने संबंधों को और विश्वास के साथ जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत का लगातार प्रयास है कि अपने पड़ोसी देशों के साथ अपने सदियों पुराने सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक रिश्तों को और गहराई दे।’’ उन्होंने दक्षिण एशिया के देशों का आह्वान करते हुए कहा कि पूरे क्षेत्र में जितनी शांति होगी, जितना सौहार्द्र होगा, वह मानवता के काम आएगा। उन्होंने कहा, ‘‘पूरी दुनिया का हित इसमें समाहित है।’’
देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए देश जोश से भरा है : मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिये बिना कहा कि भारत की ओर आंख उठाने वालों को करारा जवाब दिया जायेगा और लद्दाख में दुनिया ने इसकी झलक देखी है। श्री मोदी ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से लगातार सातवीं बार ध्वजारोहण करने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश जोश से भरा है। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ करीब तीन महीने से चली आ रही तनातनी पर उन्होंने कहा, ‘एलओसी से लेकर एलएसी तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठायी है देश ने, देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है।’ करीब डेढ घंटे तक चले संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। उन्होंने कहा, ‘मातृभूमि की रक्षा के लिए देश के वीर जवान क्या कर सकते हैं देश क्या कर सकता है लद्दाख में दुनिया ने देख लिया है।’ चीन के सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि देश रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौच्छावर करने वाले वीर जवानों को वह नमन करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि मजबूत और सुरक्षित भारत बनाने के लिए सरकार अनेक मोर्चों पर एक विशेष सोच के साथ काम कर रही है। जब भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य बनाया गया तो उसे 192 में से 184 देशों का समर्थन मिला है यह देश की मजबूती का ही संकेत है। पड़ोसी देशों के साथ संबंधों के बारे में उन्होंने कहा, हमारे पड़ोसी देशों के साथ, चाहे वो हमसे जमीन से जुड़े हों या समंदर से, अपने संबंधों को हम सुरक्षा, विकास और विश्वास की साझेदारी के साथ जोड़ रहे हैं।’ दक्षिण एशियाई देशों के साथ निरंतर बढ रहे सहयोग और उनके साथ मिलकर काम करने की भावना प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दक्षिण एशिया में दुनिया की एक चौथाई जनसंख्या रहती है। हम सहयोग और सहभागिता से इतनी बड़ी जनसंख्या के विकास और समृद्धि की अनगिनत संभावनाएं पैदा कर सकते हैं। इस क्षेत्र के देशों के सभी नेताओं की इस विशाल जन समूह के विकास और प्रगति की ओर एक अहम जिम्मेदारी है।’ श्री मोदी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम उठाते हुए सरकार ने रक्षा क्षेत्र के 101 उत्पादों के आयात पर रोक लगा दी है और इसके जल्द ही अच्छे परिणाम सामने आयेंगे।
सीमाओं पर सुरक्षा के लिए सड़क निर्माण जरूरीः मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं को सड़कों से जोड़ना अनिवार्य है और इस दिशा में उनकी सरकार प्राथमिकता के साथ बहुत तेजी से निर्माण कार्य कर रही है। श्री मोदी ने 74वें गणतंत्र दिवस पर को लालकिला की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि ढांचागत विकास से ही देश की सीमाओं को सुरक्षित रखा जा सकता है और इसके लिए कठोर पहाड़ों से लेकर समुद्र तटों तक ढांचागत विकास को महत्व दिया जा रहा है और प्रमुखता से सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘देश की सुरक्षा में हमारे बॉर्डर और कोस्टल इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बहुत बड़ी भूमिका है। हिमालय की चोटियां हों या हिंद महासागर के द्वीप, आज देश में रोड और इंटरनेट कनेक्टिविटी का अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है, तेज गति से विस्तार हो रहा है। उत्तर और मध्य अंडमान में सड़क ढांचे को मजबूत करने के लिए दो बड़े पुल और राष्ट्रीय राजमार्ग चार के चौड़ीकरण पर तेजी से काम हो रहा है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज हमारे पड़ोसी सिर्फ वही नहीं हैं जिनसे हमारी भौगोलिक सीमाएं मिलती हैं बल्कि वे भी हैं जिनसे हमारे दिल मिलते हैं। जहां रिश्तों में समरसता होती है, मेल जोल रहता है।हमारे पड़ोसी देशों के साथ, चाहे वो हमसे जमीन से जुड़े हों या समंदर से, अपने संबंधों को हम सुरक्षा, विकास और विश्वास की साझेदारी के साथ जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट कुछ महीनों में एक साथ 1200 यात्रियों को हैंडल करने की क्षमता के साथ तैयार हो जाएगा।
मोदी ने जल जीवन मिशन की सफलता पर जतायी खुशी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर को शुद्ध पेयजल पहुंचाने की योजना की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि एक साल में योजना के तहत दो करोड़ से अधिक घरों तक नल से जल पहुंचाया जा चुका है। श्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यहां लाल किला राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले वर्ष आज ही के दिन लाल किला की इसी प्राचीर से इस योजना की घोषणा की थी और उन्हें खुशी है कि इसके तहत हर दिन एक लाख से अधिक घरों में पेयजल पहुंचाया जा रहा है और अब तक दो करोड़ से ज्यादा घरों को इस योजना से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा की देश के ग्रामीण इलाकों की बड़ी आबादी तक यदि पीने का शुद्ध पानी पहुंचता है तो इससे लोगों के जीवन में सुधार आएगा और उनकी जीवनशैली बदल जाएगी। इस बचे हुए समय का सदुपयोग ये महिलाएं घर के विकास के दूसरे कार्यों में कर सकेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि योजना का सबसे बड़ा फायदा लोगों के स्वास्थ्य को होगा। यदि उन्हें शुद्ध पेयजल मिल जाता है तो उन्हें जल जनित बीमारियों से मुक्ति मिलेगी और गरीबों का चिकित्सा पर खर्च होने वाला पैसा बच सकेगा।
कश्मीर में प्रक्रिया पूरी होते ही चुनाव, लद्दाख बने कार्बन न्यूट्रल स्टेट : प्रधानमंत्री
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लालकिले से संबोधन में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने को एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि 370 को हटाए जाने के बाद दलितों-वंचितों-शरणार्थियों और महिलाओं को वे सभी अधिकार मिल गए, जो इसके चलते नहीं दिए जा रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले दिनों स्थानीय निकायों के चुनाव हुए और पंचायत प्रतिनिधि अपने क्षेत्र का विकास कर रहे हैं। स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि लोकतंत्र के आधार होते हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जम्मू-कश्मीर में डि-लिमिटेशन की प्रक्रिया चल रही है। यह प्रक्रिया पूरी होते ही वहां चुनाव कराएं जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि लद्दाख को केन्द्र शासित प्रदेश बनाकर हमने वहां के लोगों की वर्षों पुरानी आकांक्षा को पूरा किया है। अब उस विशेष क्षेत्र का तेजी से विकास हो सकेगा। पिछले एक साल में वहां केन्द्रीय विश्वविद्यालय से लेकर सौर ऊर्जा आदि के कई प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं। प्रधानमंत्री ने लद्दाखवासियों से अपेक्षा की कि जैसे सिक्किम एक ऑर्गेनिक स्टेट के रूप में विकसित हुआ है, उसी तरह लद्दाख की भौगोलिक और प्राकृतिक विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए तेज विकास के साथ ही पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान दें। हम लद्दाख को एक कार्बन न्यूट्रल स्टेट बनाकर सम्पूर्ण देश और विश्व के सामने एक मिसाल पेश कर सकते हैं।
देश को मजबूती देने में महिलाओं की भी अहम भूमिका रहीः मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त। देश के आजादी के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में नारी शक्ति के योगदान को भी शामिल किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में महिला शक्ति को जब भी अवसर मिला, उन्होंने देश का नाम रोशन किया और देश को मजबूती दी है। आज भारत में महिलाएं अंडरग्राउंड कोयला खदानों में काम कर रही हैं, तो लड़ाकू विमानों से आसमान की बुलंदियों को भी छू रही हैं। उन्होंने कहा कि तीन तलाक का मुद्दा हो या फिर महिलाओं को गर्भावस्था में छह महीने का अवकाश देना हो, सरकार हर कदम पर उनके साथ खड़ी रही है। मोदी ने कहा कि 40 करोड़ जनधन खातों में से 22 करोड़ खाते महिलाओं के हैं, 25 करोड़ मुद्रा लोन लेने वालों में 70 फीसदी महिलाएं हैं। वहीं, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महिलाओं के नाम पर काफी संख्या में मकानों की रजिस्ट्रियां हो रही हैं। जन औषधि केन्द्र में एक रुपये में सैनिटरी पैड पहुंच रहा है। गरीब महिलाओं तक अबतक 5 करोड़ से ज्यादा सैनिटरी पैड पहुंचा है। इसके अलावा लड़कियों की शादी की सही उम्र क्या हो इसे तय करने के लिए भी कमेटी का गठन किया गया है।
एशियाई शेरों के लिए प्रोजेक्ट लॉयन की होगी शुरुआत : मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जैव-विविधता के संरक्षण और संवर्धन के लिए भारत पूरी तरह से संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि बीते समय में शेर, टाइगर की आबादी तेज गति से बढ़ी है। अब देश में एशियाई शेरों के लिए एक प्रोजेक्ट लॉयन की भी शुरुआत होने जा रही है। प्रदूषण पर उन्होंने कहा कि देश के 100 चुने हुए शहरों में प्रदूषण कम करने के लिए एक होलिस्टिक एप्रोच के साथ एक विशेष अभियान पर भी काम चल रहा है। उन्होंने सिक्किम के ऑर्गेनिक स्टेट के बारे में कहा कि सिक्किम ने ऑर्गेनिक स्टेट के रूप में अपनी पहचान बनाई है, वैसे ही आने वाले दिनों में लद्दाख, अपनी पहचान एक कार्बन न्यूट्रल क्षेत्र के तौर पर बनाए, दिशा में भी तेजी से काम हो रहा है।
स्वतंत्रता दिवस पर अमित शाह बोले -आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को पूरा करने का संकल्प लें
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त। गृह मंत्री अमित शाह ने देशवासियों को 74वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि देशवासी इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को पूरा करने का संकल्प लें। देश अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मैं उन सभी महान सेनानियों के चरणों में कोटि-कोटि वंदन करता हूं जिन्होंने अपने पराक्रम और बलिदान से देश को आजादी दिलाई और साथ ही उन सभी वीरों को भी नमन करता हूं जिन्होंने आजादी के बाद देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पण किया।’ गृहमंत्री ने कहा, ‘आज हमें बहुत गर्व है कि जिस स्वतंत्र, सबल व समर्थ भारत का स्वप्न हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था उसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी चरितार्थ कर रहें हैं। एक ओर गरीब व वंचित वर्ग को घर, बिजली, स्वास्थ्य बीमा जैसी सुविधाएँ दी तो वहीं दूसरी ओर भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाया।’ शाह ने कहा, ‘आइये इस स्वतंत्रता दिवस पर हम प्रधानमंत्री मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को पूर्ण करने का संकल्प लें और भारत में निर्मित स्वदेशी चीजों का अधिक से अधिक उपयोग कर देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में अपना सर्वोच्च योगदान दें। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
स्वतंत्र भारत की नींव में असंख्य महापुरुषों का बलिदान समाहित : हर्षवर्धन
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सभी देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत की नींव में असंख्य महापुरुषों का बलिदान समाहित है और देश इन वीरों का हमेशा ऋृणी रहेगा। डॉ हर्षवर्धन ने ट्वीट किया,’ समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक तिरंगा उल्लास से लहरा रहा है।आइए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, आजादी के वीरों के सपनों को साकार कर आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लें।’ उन्होंने कहा,’ मां भारती को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए त्याग व समर्पण की नई गाथा लिखने वाले सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को कोटि कोटि वंदन। हमारा देश, आजादी के इन वीरों का सदैव ऋणी रहेगा। ‘
प्रधानमंत्री का संबोधन मजबूत आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के उनके संकल्प को दर्शाता हैः नड्डा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त । भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने को कहा कि देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ओजस्वी और प्रेरणास्पद संबोधन एक व्यापक और मजबूत आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के उनके संकल्प को दर्शाता है। लाल किले की प्राचीर से 74वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ के आह्वान ने लोगों का ध्यान खींचा है और यह हर किसी के लिए एक ‘‘मंत्र’’ बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत की विश्व अर्थव्यवस्था में जो हिस्सेदारी है, वह बढ़नी चाहिए और इसके लिये हमें आत्म-निर्भर होना होगा। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हमारा मन पूरी तरह से ‘वोकल फॉर लोकल’ (स्थानीय उत्पादों पर जोर देने वाला) होना चाहिए। प्रधानमंत्री के संबोधन की सराहना करते हुए नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘लाल किले की प्राचीर से देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन बहुत ओजस्वी और प्रेरणास्पद रहा। उनका संबोधन एक व्यापक और मजबूत आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को लेकर उनकी दूरदृष्टि व उनके मिशन और संकल्प को दर्शाता है।’’ उन्होंने समस्त देशवासियों को 74वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले क्रांतिकारियों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया।
राहुल, प्रियंका और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने शनिवार को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में शामिल स्वास्थ्यकर्मियों एवं अन्य लोगों की सराहना की। राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के एक कथन का हवाला देते हुए स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ जवाहरलाल नेहरू ने कहा थाः सर्वविनाश ही, सह-अस्तित्व का एकमात्र विकल्प है। स्वतंत्रता दिवस पर सभी को शुभकामनाएं।’’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘ जान की कीमत चुकाकर, लम्बे संघर्ष के बाद भारत को आजादी मिली। करोड़ों हिंदुस्तानी एक होकर सत्य के लिए लड़े और जीते। जान की बाजी लगाकर हमें अपनी आजादी की रक्षा करनी है।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर मोर्चे पर डटे जवानों, स्वास्थ्यकर्मियों, सफाईकर्मियों, किसानों और मजदूरों को नमन।’’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हजारों लोगों ने स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए अपनी जान गंवाई। अब हमारी बारी है कि हम लोकतंत्र के मूल्यों को कायम रखते हुए उनके सर्वोच्च बलिदान को न्यायोचित ठहराने का प्रयास करें। आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’’
स्वतंत्रता दिवसः दिल्ली पुलिस के 35 कर्मी पुलिस पदकों से सम्मानित
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्लीए 15 अगस्त। दिल्ली पुलिस द्वारा जारी एक सूची के अनुसार उसके 35 कर्मियों को उनकी सेवाओं के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है, जिनमें चार महिला कर्मी शामिल हैं। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 16 कर्मियों को पुलिस का वीरता पदक, तीन कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक और 16 कर्मियों को उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक प्रदान किया गया। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मनीषी चंद्रा, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) गोविंद शर्मा और निरीक्षकों विनय कुमार, संजय गुप्ता, राजेश कुमार, कैलाश सिंह बिष्ट, धर्मेंद्र कुमार, रवींद्र जोशी एवं विनोद कुमार बडोला पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किए गए कर्मियों में शामिल हैं। उप-निरीक्षकों बाने सिंह, देवेंद्र सिंह एवं अजयबीर सिंह और सहायक उप-निरीक्षकों (एएसआई) शिव मंगल यादव, निसार अहमद शाएक और परवेश राठी को भी इस पदक से सम्मानित किया गया निरीक्षक मोहन चंद शर्मा को मरणोपरान्त पुलिस वीरता पदक प्रदान किया गया। इसके अलावा विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) राजेश खुराना और एएसआई महेश सिंह यादव एवं भूपेंद्र सिंह को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। पदक से सम्मानित पुलिसकर्मियों की सूची के अनुसार डीसीपी अमित रॉय, अनिल कुमार लाल एवं मोहम्मद इरशाद हैदर और एसीपी निर्मला देवी, कैलाश चंद्र, राजेश गौड़ एवं चंद्रकांता को उत्कृष्ट सेवा के लिए पदक से नवाजा गया। इनके अलावा, निरीक्षकों राकेश कुमार मलिक, नरेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार, उप-निरीक्षक मंजू चौहान, एएसआई राकेश कुमार शर्मा और हैड कांस्टेबल मुकेश कुमार भी उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित किए गए हैं।
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