चुनाव आयोग का कड़ा फैसला
अंतिम प्रवक्ता – चुनाव आयोग का कड़ा फैसला सपा नेता आजम खान और भाजपा नेता अमित शाह को मुस्किलो में डाल सकता है दोनों नेताओ के सार्वजनिक भाषणोंए जुलूसों और रोड शो पर प्रतिबंध लगा दिया है। दोनों पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप हैं। समाजवादी पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता आजम खां को पूरी तरह धर्मनिरपेक्ष बताया और चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि वह सार्वजनिक सभाओं में भाषण करनेए जुलूसों अथवा रोड शो में उनके शामिल होने पर लगाये गये प्रतिबंध पर पुनर्विचार करे। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि आजम खां एक धर्मनिरपेक्ष नेता हैंए वे हिन्दुओं और मुसलमानों में समान रूप से लोकप्रिय हैंए जबकि भाजपा नेता अमित शाह सांप्रदायिकता के हेडमास्टर हैं। उन्होंने कहा कि आजम खान और अमित शाह को एक ही तराजू पर तौला जाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि आजम ऐसे धर्मनिरपेक्ष नेता हैं जो कि हिन्दुओं और मुसलमानों की एकता के लिए दिन रात काम करते
हैंए चौधरी ने कहा कि शाह को तो नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश का सांप्रदायिक वातावरण बिगाड़ने के लिए गुजरात से भेजा है।चुनाव आयोग को बिना किसी पूर्वाग्रह के अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।