नई अर्थव्यवस्था से सबके लिए घर का सपना शीघ्र पूरा होगा- संतोष गंगवार
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार और सांसद डाॅ. उदित राज ने स्वरोजगार में लगे कारीगरों, फेरीवालों तथा अन्य छोटे-मोटे काम करने वाले मजदूरों के बीच मोबाइल बैंकिंग एप्प का प्रचार करने के लिए किराड़ी में एक बड़ी रैली को सम्बोधित किया।
जब हजारों स्थानीय लोगों के बीच तिवारी ने विमुद्रीकरण और मोबाइल बैंकिंग एप्प के फायदों को बताया तो वहां एकत्रित लोगों ने भी तालियां बजाकर तिवारी के प्रयासों समर्थन किया।
तिवारी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को नकदी आधारित अर्थ व्यवस्था से बैंक आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने से जनसाधारण को ही अंततः लाभ मिलेगा क्योंकि नकदी आधारित अर्थव्यवस्था में मुट्ठी भर उन लोगों को विकास का फायदा मिलता था जिनके पास नकद पैसे उपलब्ध थे चाहे फिर वह स्कूलों और कालेजों में दाखिले के लिए केपीटेशन फीस देना हो या विकास के कार्यक्रम के लिए अधिकारियों को रिश्वत देकर। अब बैंक आधारित अर्थव्यवस्था में एक-एक रूपये का हिसाब रखा जायेगा जिससे अच्छी शिक्षा और सामाजिक कल्याण कार्यक्रम के अवसर गरीब से गरीब लोगों को प्राप्त होंगे। जब तिवारी ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में भीम मोबाइल बैंकिंग एप्प डाउनलोड करने की अपील की तो हजारों लोगों ने उनके समर्थन में अपने मोबाइल फोन ऊपर उठाये।
इस अवसर पर संतोष गंगवार ने कहा कि नई अर्थव्यवस्थ से सरकार को आर्थिक स्थिति की सही तस्वीर मिलेगी और देश की वित्तीय आवश्यकताओं का पता चलेगा जिससे कि सरकार लोगों की वास्तविक आवश्यकताओं के अनुसार सामाजिक कार्यक्रम तैयार कर सकेगी। उन्होंने कहा कि जनसाधारण की सबसे बड़ी आवश्यकता आवास की है। आजादी के 70 वर्षों के बाद भी ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में जनसाधरण के लिए अपना घर होना एक सपना है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभी लोगों को 2022 तक घर उपलब्ध कराने का वायदा किया है। इस नई अर्थव्यवस्था से सरकार के वित्तीय स्रोत का भी विस्तार होगा जिससे कि वह गरीबों के लिए और अधिक काम कर सकेगी।
सांसद डाॅ. उदित राज ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए कटिबद्ध है। पिछले कई दशकों से इस देश में अनेक राजनैतिक दल दलितों और गरीबों की सेवा के नाम पर सत्ता मंे तो आये किन्तु पार्टी के नेताओं ने ही फायदे उठाये। आज हमारे बीच ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो गरीबांे के लिए ही योजनायें बनाते हैं और उसे कार्यान्वित भी करते हैं जैसा कि बाबा साहब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने सपना देखा था। डाॅ. अम्बेडकर जैसे राष्ट्रीय नेताओं के लिए स्मारक समर्पित करना आवश्यक है किन्तु एक साधारण दलित के लिए देश के सबसे बड़े वित्तीय मोबाइल बैंकिंग एप्प का नाम डाॅ. अम्बेडकर के नाम पर भीम एप्प रखे जाने से बढ़कर कोई और सम्मान की बात नहीं हो सकती है। कल के भारत के आर्थिक विकास का चेहरा भीम एप्प होगा।