पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल में हमले के बाद केंद्र ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाईए बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय की वीआईपी सुरक्षा में वृद्धि की गई और पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान उन्हें बुलेट प्रूफ कार मुहैया कराई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ;सीआईएसएफद्ध को 64 वर्षीय भाजपा महासचिव के काफिले में बख्तरबंद वाहन को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि वह एसयूवी में ही यात्रा करें। उन्होंने बतायाए ष्ष्विजयवर्गीय की सुरक्षा में वृद्धि की गई और उनके काफिले में बुलेट प्रूफ वाहन शामिल किया गया है। यह बदलाव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान उनके वाहन को निशाना बनाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय कि पिछले साल फरवरी से ही सीआईएसएफ ष्जेडष् श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा विजयवर्गीय को मुहैया करा रही है। इसके तहत 16 सीआईएसएफ के सशस्त्र कमांडो और पायलट व एस्कॉर्ट वाहन सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं। विजयवर्गीय के वाहन को 10 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर इलाके में उस समय निशाना बनाया गया जब वह भाजपा अध्यक्ष के साथ जा रहे थे। दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने सोमवार दोपहर को कोलकाता पहुंचे विजयवर्गीय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि की। उन्होंने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहाए ष्ष्केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार मुझे बुलेट प्रूफ वाहन मुहैया कराया गया है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि 10 दिसंबर को भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर डायमंड हार्बर इलाके में पथराव किया गया थाए जिसकी वजह से काफिले में शामिल कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सूत्रों ने बताया कि इस हमले में विजयवर्गीय और भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को चोटें आई थीं। बता दें कि नड्डा को भी ष्जेडष् श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ;सीआरपीएफद्ध मुहैया कराता है और उन्हें भी बुलेट प्रूफ कार यात्रा करने के लिए मिली हुई है।
नीति आयोग का जन स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनाने के लिये निगरानी सूचना मंच गठित करने का सुझाव
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । नीति आयोग ने सोमवार को भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक निगरानी सूचना मंच गठित करने का प्रस्ताव किया है। ष्दृष्टकोण 2035रू भारत में जन स् वास् थ् य निगरानीरू श्वेत पत्रष् नाम से जारी रिपोर्ट में कहा गया हैए ष्ष्भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था बीमारी और स्वास्थ्य निगरानी के लिये भरोसेमंदए प्रतिक्रियाशीलए एकीकृत और स्तरीय प्रणाली होगी।ष्ष् नीति आयोग और कनाडा के मैनिटोबा विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट का मकसद भारत की जन स् वास् थ् य निगरानी प्रणाली को अधिक प्रतिक्रियाशील और भविष् योन् मुखी बनाकर हर स् तर पर कार्रवाई की तैयारी को बढ़ाना है। साथ ही इसका मकसद केन् द्र और राज् यों के बीच बीमारी की पहचानए बचाव और नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए एक संशोधित आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना है। आयोग ने कहाए ष्ष्आने वाले समय में भारत की जन स्वास्थ्य निगरानी व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स ;ईएचआरद्ध पर आधारित होगीए जो विशिष्ट स्वास्थ्य पहचानकर्ता ;यूएचआईडीद्ध के उपयोग के माध्यम से व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सूचनाओं को रखती है और समेकित करती है।ष्ष् आयोग ने महामारी संबंधित सूचनाओं के लिये आंकड़ा साझा करनेए विश्लेषण और उसे तत्काल प्रसारित करने को लेकर प्रणाली स्थापित करने की भी वकालत की है। रिपोर्ट नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और सदस्य ;स्वास्थ्यद्ध विनोद के पॉल ने जारी की। नीति आयोग ने एक बयान में कहाए ष्ष्यह श्वेत पत्र त्रिस् तरीय जन स् वास् थ् य व् यवस् था को आयुष् मान भारत की परिकल् पना में शामिल करते हुए जन स् वास् थ् य निगरानी के लिए भारत के दृष्टिकोण 2035 को पेश करता है।ष्ष् इसके अनुसारए ष्ष्यह एक विस्तारित रेफरल नेटवर्क और प्रयोगशालाओं की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता भी बताता है। इस परिकल् पना का मुख् य अंग केंद्र और राज्यों के बीच प्रशासन की परस्पर निर्भर संघीय व्यवस्था हैए जिसके तहत नए विश् लेषणए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और आंकड़ा विज्ञान का इस् तेमाल करके नया आंकड़ा भागीदारी तंत्र बनाना हैए जिसमें कार्रवाई के लिए सूचना का प्रसार करने के नये तरीके ;सोशल मीडियाए मोबाइल सेंसर नेटवर्क आदिद्ध शामिल हों।ष्ष् रिपोर्ट की प्रस्तावना में कुमार ने लिखा है कि भारत ने फैलने वाली प्रमुख बीमारियों ;संचारी रोगद्ध की रोकथामए नियंत्रण और उसके उन्मूलन के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहाए ष्ष्गैर.संचारी रोगों के लिये निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने और ष्डाटा एंट्रीष् वाली परंपरागत निगरानी की जगह राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप हाल में विकसित डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर नई व्यवस्था लाने के लिये यह उपयुक्त समय है।ष्ष् पॉल ने कहा कि जब भारत और दुनिया कोविड.19 महामारी से निपट रहे हैंए ऐसे समय यह रिपोर्ट काफी प्रासंगिक है। उन्होंने कहाए ष्ष्कोविड.19 से हमें जो सीख मिली है और महामारी को काबू में लानेए बीमारियों के प्रभाव को कम करने तथा उसके उन्मूलन के पिछले अनुभव के आधार पर हमें निश्चित रूप से जन स्वास्थ्य निगरानी को बढ़ानी चाहिए।ष्ष् आधिकारिक बयान के अनुसार कोविड .19 महामारी ने हमें वह अवसर प्रदान किया हैए जिसमें मानव.पशु.पर्यावरण के बीच बढ़ते सम् पर्क के चलते बीमारियों के उभरने पर ध् यान दिये जाने की जरूरत है।
गुवाहटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने का कार्य जारी रू सोनोवाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी को दक्षिण.पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में कहा कि राज्य की बीबीआईएन ;बांग्लादेशए भूटानए भारत और नेपालद्ध के अलावा आसियान बाजार पर नजर बनी हुई है। सोनोवाल कहाए ष्ष्हम गुवाहाटी को न केवल पूर्वोत्तरए बल्कि दक्षिण.पूर्वी एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। आसियान देश असम के लिए एक बड़ा और आकर्षक बाजार उपलब्ध कराते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि असम में 2018 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में राज्य को 79ए000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे और इनमें से 55ए000 करोड़ रुपये राज्य में आ चुके हैं।
तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी ओला
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला तमिलनाडु में 2ए400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला ई.स्कूटर कारखाना लगाएगी। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने इस बारे में तमिलनाडु सरकार के साथ करार किया है। कंपनी ने बयान में कहा कि यह कारखाना तैयार होने पर करीब 10ए000 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कूटर विनिर्माण संयंत्र होगा। शुरुआत में इसकी क्षमता सालाना 20 लाख इकाई की होगी। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ओला का कारखाना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे भविष्य के महत्वपूर्ण क्षेत्रों मसलन इलेक्ट्रिक वाहन के आयात पर निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा और देश की तकनीकी विशेषज्ञता को भी बेहतर करने में मदद मिलेगी। ओला ने कहा कि अपने विशिष्ट कौशलए श्रमबल तथा जनांकिकी के जरिये भारत ई.वाहनों के विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन सकेगा। बयान में कहा गया है कि यह कारखाना भारत के साथ अन्य बाजारों मसलन यूरोपए एशियाए लातिनी अमेरिका और अन्य देशों की मांग को पूरा करेगा। कंपनी अपने ई.स्कूटरों की पहली श्रृंखला आगामी महीनों में पेश करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने कहा कि यह नया विनिर्माण कारखाना एक साल में परिचालन में आ जाएगा।
योगी आदित्यनाथ का राज्य की अर्थव्यवस्था को 1ए000 अरब डॉलर बनाने का आह्वान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने के साथ.साथ राज्य की अर्थव्यवस्था एक हजार अरब डॉलर पर पहुंचाने का आह्वान किया। इसके लिए उन्होंने उद्यमियों और निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आग्रह किया। आदित्यनाथ ने कहाए ष्ष्उद्यमियों और निवेशकों के सहयोग से देश और प्रदेश को आर्थिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक तौर पर नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। सभी के सहयोग से हम उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने में सफल होंगे।ष्ष् सोमवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने रविवार को देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के ष्उत्तर प्रदेश निवेश एवं पर्यटनष् कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहाए ष्ष्निवेशकों की सहूलियत के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों के साथ हस्ताक्षर किए जाने वाले प्रत्येक सहमति ज्ञापन पत्र ;एमओयूद्ध के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया है। वह अधिकारी उद्यमियों से प्रतिक्रिया लेकर समस्याओं का समाधान करता है और एमओयू क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों की जानकारी भी प्रदान करता है। कार्यक्रम में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। साथ ही उनकी सरकार प्रदेश में अवसंरचना विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। राज्य में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही उद्यमियों और निवेशकों के लिए क्षेत्रवार नीतियां बनाकर लागू की हैं। हर क्षेत्र में निवेश के लिए नीतियां तैयार की गई हैं। एकल खिड़की मंच के रूप में ष्निवेश मित्र पोर्टलष् विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों से राज्य में निवेश करने का आह्वान करते हुए राज्य अर्थव्यवस्थ को एक हजार अरब डॉलर बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
सेल अध्यक्ष को श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से राजभाषा सचिव द्वारा सम्मानित किया गया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ;सेलद्ध के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी को आज 14 दिसंबर 2020 को लोदी रोड स्थित सेल के निगमित कार्यालय में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह के दौरान राजभाषा के बड़े पैमाने पर प्रचार.प्रसार के लिए श्राजभाषा उन्नायक सम्मानश् से विभूषित किया गया। सेल अध्यक्ष ने यह सम्मान भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालयए डॉण् सुमीत जैरथए जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता थेए से ग्रहण कियाए जिसमे उन्हें एक शील्ड और एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस्पात सचिव पी के त्रिपाठी इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीए सेल के निदेशक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सेल के अन्य संयंत्रों और यूनिटों ने भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन सहभागिता रही।
इस सम्मान को ग्रहण करते हुए अनिल कुमार चौधरी ने पूरे सेल परिवार को राजभाषा का उपयोग बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि श्देश की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कंपनी सेल ने हमेशा हिंदी के प्रचार.प्रसार को बढ़ावा दिया है और साथ ही हमारी कंपनी राजभाषा के उत्थान में अपने दायित्व को समझती है। राजभाषा के प्रगामी इस्तेमाल की सुविधा को बढ़ाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। सेल लगातार विभिन्न प्रकार की हिंदी कार्यशालाओं और संगोष्ठियों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिससे सेल कर्मियों द्वारा हिंदी के प्रयोग को विस्तारित किया जा सके।श्
डॉ सुमीत जैरथए भारत सरकार के सचिव ;राजभाषाद्धए गृह मंत्रालय ने श्री चौधरी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ष्ष्सेल कई तरह के आयोजनों द्वारा हिंदी के प्रयोग को नियमित रूप से बढ़ावा देती है। यह सेल संयंत्रों और यूनिटों में राजभाषा के बृहत्तर प्रयोग और सेल द्वारा मीडिया और अपने सोशल मीडिया में भी प्रयोग से झलकता है। इसके लिए मैं सेल अध्यक्ष के नेतृत्व और उनकी टीम को बधाई देता हूँश्। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने ष्10 प्रष् . प्रेरणाए प्रोत्साहनए प्रेमए पुरस्कारए प्रशिक्षणए प्रयोगए प्रचारए प्रसारए प्रबंधन और प्रयास के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ये राजभाषा के प्रचार को और आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।
इस्पात सचिवए पी के त्रिपाठी ने संगोष्ठियोंए कार्यशालाओं और प्रशिक्षणों को राजभाषा के प्रचार में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि श्इस तरह के कार्यक्रम हमारे रोज़मर्रा के कार्यों में हिंदी के उपयोग हेतु रचनात्मक वातावरण बनाने में बहुत उपयोगी सिद्ध होते हैं। आज के कार्यक्रम में साझा किये गए विचार राजभाषा के प्रयोग में एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में प्रभावी होंगेश्।
भारतीय बलों ने डटकर पीएलए का सामना कियाए वापस जाने को मजबूर किया रू राजनाथ ने लद्दाख गतिरोध पर कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सशस्त्र बलों ने चीनी सेना का ष्ष्पूरी बहादुरीष्ष् के साथ सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सात महीने से जारी सैन्य गतिरोध पर केंद्रित अपने बयानों में सिंह ने कहाए ष्ष्देश के इतिहास में हर दौर में एक समय आता है जब उसे खुद के लिए खड़े होने की जरूरत होती हैए बताना होता है कि वह किसी से भी लड़ सकता हैए वह किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है।ष्ष् उद्योग मंडलों के संगठन ष्फिक्कीष् की वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है। इस संदर्भ में रक्षा मंत्री ने कहा कि हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे हिंद.प्रशांत क्षेत्र में जिस तरह से शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा हैए उसे देखते हुए क्षेत्र और दुनिया का भविष्य अनिश्चित होता जा रहा है। किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को तेज करने के बीच राजनाथ सिंह ने सोमवार को जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र श्श्मातृ क्षेत्रश्श् है और इसके खिलाफ कोई भी प्रतिगामी कदम उठाने का सवाल ही नहीं उठता। सीमापार आतंकवाद का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने ऐसे समय में अकेले भी इस समस्या का मुकाबला किया है जब कोई उसके समर्थन के लिए नहीं थाए लेकिन बाद में दुनियाभर के देशों ने समझा कि ष्ष्हमारी बात सही है कि पाकिस्तान आतंकवाद का स्रोत हैष्ष्। चीन के साथ लंबे खिंच रहे सीमा गतिरोध पर सिंह ने कहा कि भारत की भावी पीढ़ियों को इस साल सशस्त्र बलो की उपलब्धि पर गर्व होगा। उन्होंने कहाए ष्ष्परीक्षा की इस घड़ी में हमारे बलों ने अनुकरणीय साहस और उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है। उन्होंने पीएलए ;जन मुक्ति सेनाद्ध का पूरी बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। हमारे बल ने इस साल जो हासिल कियाए उस पर देश की आने वाली पीढ़ियों को गर्व होगा।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहा कि जब दुनिया घातक कोरोना वायरस से जूझ रही थी तब भारत के सशस्त्र बल बहादुरी से अपनी सरहदों की रक्षा कर रहे थे और कोई वायरस उन्हें उनके कर्तव्य पथ से डिगा नहीं सकता। सिंह ने कहाए ष्ष्हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही हैए मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही हैए केवल हिमालय में ही नहीं बल्कि हिंद.प्रशांत में भी आक्रामकता दिखायी जा रही है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्और इस पृष्ठभूमि में क्षेत्र और दुनिया का भविष्य कितना अनिश्चित हो सकता है। जैसा कि आपको पता है कि लद्दाख में एलएसी ;वास्तविक नियंत्रण रेखाद्ध पर सशस्त्र बल की भारी तैनाती है।ष्ष् सिंह ने कहा कि भारतीय सेना और चीनी सेना की संख्या की तुलना हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्जब भी एलएसी पर ऐसे हालात होते हैं तो जाहिर तौर पर भारत और चीन की सेना की शक्ति की तुलना होती है। लेकिन मैं इस पर नहीं जाना चाहता। किसके पास ज्यादा सैन्य शक्ति हैए इस पर गंभीर चर्चा हो सकती है लेकिन जब सॉफ्ट पॉवर की बात आती है तो किसी तरह की अस्पष्टता नहीं है।ष्ष् रक्षा मंत्री ने कहाए ष्ष्जब विचारों के साथ दुनिया का नेतृत्व करने की बात है तो भारत इस मामले में चीन से बहुत आगे है। आप म्यामां से लेकर थाइलैंड तक और इंडोनेशिया से लेकर मलेशिया और जापान तक पूर्वी एशिया को देखें तो इन सभी देशों पर गहरा भारतीय सांस्कृतिक असर है।ष्ष् घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ाने की सरकार की पहलों का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय उद्योग सही प्रौद्योगिकी लाने के लिए सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो सकते हैं। किसान आंदोलन का परोक्ष जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ष्ष्हमारे कृषि क्षेत्र के प्रतिकूल कदम उठानेष्ष् का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहाए ष्ष्हाल ही में किए सुधार किसानों के सर्वोच्च हित को ध्यान में रखकर किए गए हैं। हालांकिए हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बातें सुनने के लिए तैयार रहते हैंए उनकी गलतफहमियों को दूर करते हैंण्ण्ण्।ष्ष् उन्होंने कृषि को ष्ष्मातृ क्षेत्रष्ष् बताते हुए कहा कि सरकार मुद्दों को हल करने के लिए चर्चा और बातचीत के लिए हमेशा तैयार है। सिंह ने कहाए ष्ष्कृषि एक ऐसा क्षेत्र हैए जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा। हमारी उपज और खरीद भरपूर है और हमारे गोदाम भरे हुए हैं। कभी भी हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।ष्ष्
किसान आंदोलन राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा ने राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं और देश के कुछ अन्य स्थानों पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को सोमवार को राजनीतिक गुटों की लड़ाई बताया और कहा कि जब से ये कृषि कानून आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है जो दर्शाती है कि गांवए गरीब और किसान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ खड़ा है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहाए ष्ष्किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है। आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए। वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं। ये किसानों के हित के लिए नहींए आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं।ष्ष् पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया। उन्होंने कहाए ष्ष्केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है। यह सत्ता की भूख है। यह कुर्सी से ही मिटती है।ष्ष् भाजपा नेता ने कहा कि बिहार से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उनके नतीजे अब तक भाजपा के पक्ष में आए हैं और विपक्षी दल देश में किसान आंदोलन को लेकर एक भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्गरीबए ग्रामीणए किसान इस देश की रीढ़ हैं। पिछले दिनों में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा की जीत इसलिए हुई क्योंकि किसानए गरीब और मजदूर हमारे साथ खड़ा है। जब से ये कृषि सुधार बिल आए हैं तब से देश में जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा की जीत हुई है और यह चिल्ला.चिल्ला कर कहती है कि गांवए गरीब और किसान मोदी जी के साथ खड़ा है।ष्ष् गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही हैए वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी ;न्यूनतम समर्थन मूल्यद्ध और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
जावड़ेकर ने कोविड.19 के टीके की दूसरी खुराक से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सोमवार को कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे लेकिन लोगों को ध्यान रखना होगा कि एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही नहीं बरते। अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल् मोत् सव के अवसर पर जावडेकर ने कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2ए800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसारए मंत्री ने कहा कि कोरोनो वायरस पर बनी लघु फिल्मों का उत् सव मनाने के लिए फिल्म समारोह आयोजित करने का विचार बहुत प्रशंसनीय है। जावडेकर ने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है। जावडेकर ने कहा कि अब कोरोनो वायरस का संकट कम हो रहा है और जल्द ही इसके टीके भारत में भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने एंटीबॉडीज बनने और टीके की दूसरी खुराक लेने से पहले सुरक्षा में लापरवाही न बरतने के लिए जनता को आगाह किया। केंद्रीय मंत्री ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल् मोत् सव के बारे में कहा कि लोग इसे ऑनलाइन देख पाएंगेए जबकि इस महोत् सव का उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्थल पर ही आयोजित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष् ट्रीय फिल् मोत् सव के इस संस्करण में 21 गैर.फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी।
सरकार ने कोविड.19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा.निर्देश जारी किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । कोविड.19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा.निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहतए एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100.200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। हाल में राज्यों को जारी दिशा.निर्देशों के मुताबिक कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क ;को.विनद्ध प्रणाली का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण जिस स्थान पर होगाए वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी। ष्ष्कोविड.19 टीका संचालन दिशा.निर्देशष्ष् के मुताबिक टीके की शीशियों को सूरज की रोशनी से बचाकर रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के लिए व्यक्ति के पहुंचने पर टीके की शीशी को खोलना होगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्सत्र के बाद आईस पैक के साथ बिना इस्तेमाल वाले सभी टीके को वितरण कोल्ड चेन स्थानों पर वापस भेजना होगा।ष्ष् दिशा.निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गयाए ष्ष्भारत में 1ण्3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए। कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधीए टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है।ष्ष् टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियोंए अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा। दिशा.निर्देश में कहा गयाए ष्ष्50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।ष्ष् टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को.विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्रए आधार कार्डए ड्राइविंग लाइसेंसए पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
पूर्व राजनयिकों का आरोप रू कनाडा के श्समर्थनश् के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने कड़ा रुख अपनाया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध.प्रदर्शन के संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को लेकर पूर्व भारतीय राजनयिकों के एक समूह ने नाराजगी जाहिर की है। समूह ने उनके बयान को श्श्जमीनी वास्तविकताओं से इतर और आग को हवा देने वालाश्श् करार दिया। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कनाडा के समर्थन के चलते ही प्रदर्शनकारी किसानों ने अपना रुख कड़ा किया और उन्हें श्श्पूरा या कुछ भी नहींश्श् की सोच अपनाने को बढ़ावा दिया। समूह ने कहा कि कनाडा के कुछ राजनीतिक दल और नेता श्श्वोट बैंक की राजनीतिश्श् के कारण ऐसा कर रहे हैं। साथ ही आरोप लगाया कि सभी इस बात को जानते हैं कि अलगाववादी और हिंसक खालिस्तानी तत्व कनाडा की धरती से संरक्षण पाकर ही भारत.विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। ष्ष्इंडियन एम्बेस्डर्स ग्रुपष्ष् द्वारा लिखे गए खुले पत्र में ट्रूडो पर निशाना साधा गया और कहा गया कि लिबरल पार्टी के मतदाताओं के एक हिस्से को खुश करने के लिए भारत के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इससे द्विपक्षीय संबंधों पर लंबे समय के लिए असर पड़ेगा। इस समूह में पूर्व राजनयिक विष्णु प्रकाशए अजय स्वरूपए जीएस अय्यर और एसके माथुर भी शामिल हैं। कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए बयान में कहा गया कि वे कनाडा के युवाओं को भी कट्टरपंथी बना रहे हैंए जिसके दूरगामी परिणाम होंगे और अल्पकालिक राजनीतिक फायदे के लिए इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए पत्र में कहा गयाए श्श् कनाडा में खालिस्तानी तत्वों का कई प्रमुख गुरुद्वारों पर नियंत्रण है जिसके चलते उनके पास काफी कोष उपलब्ध रहता है और इनमें से काफी राशि कथित तौर पर राजनीतिक दलों के चुनाव अभियान में खर्च की जाती हैए खासकर लिबरल पार्टी के लिए।श्श् पत्र में आरोप लगाया गया कि पर्दे के पीछे से खालिस्तानी तत्वों और कुछ पाकिस्तानी राजनयिकों के बीच गठजोड़ जारी है। किसान आंदोलन को लेकर हाल ही में ट्रूडो ने कहा थाए श्श्परिस्थितियां चिंताजनक हैं और हम सभी लोग परिवार और मित्रों को लेकर बहुत चिंतित हैं।श्श्
टेलीमेडिसिन सेवा ष्ईसंजीवनीष् का लाभ लेने वालों की संख्या 10 लाख के पार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन पहल ष्ईसंजीवनीष् का लाभ उठाने वालों की संख्या सोमवार को 10 लाख के पार हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ईसंजीवनी का इस्तेमाल देश के 550 जिलों के मरीज करते हैं। बयान के मुताबिक ईसंजीवनी के 10 प्रतिशत उपयोगकर्ता 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं जबकि एक चौथाई मरीजों ने एक बार से अधिक बार इस सुविधा का इस्तेमाल किया है। मंत्रालय ने कहाए ष्ष्यह सबूत है कि जनता ने डॉक्टरों के परामर्श के लिए अस्पताल के बर्हिंगमन मरीज विभाग ;ओपीडीद्ध के बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता देनी शुरू कर दी है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ईसंजीवनी विकासशील देश द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की अपने तरह की पहली सुविधा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ईसंजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो तरह की सुविधा देती है।
सरकार की योजनाए सभी तरह की अच्छी फिल्में भारत में बनें रू जावड़ेकर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि सरकार की योजना वृत्तचित्र और लघु फिल्मों सहित सभी तरह की अच्छी फिल्मों को प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी ष्संचार क्रांतिष् से कम नहीं है। इसमें स्मार्टफोन रखने वाला हर व्यक्ति जिसके पास कहने के लिए कोई कहानी हैए वह फिल्म निर्माता है। मंत्री ने कहाए ष्ष्आज लोग ष्सिटिजन जर्नलिस्टष् बन गए हैंए वे मोबाइल फोन से फिल्मांकन करते हैं और यहां तक कि संपादित भी करते हैं और इस तरह से उनका लघु फिल्म तैयार हो जाता है। यह संचार क्रांति हैं।ष्ष् जावड़ेकर ने कहाए ष्ष्भारतीय अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ;आईएफएफआईद्ध में हम 21 गैर फीचर फिल्मों का प्रदर्शन करेंगेए यहां तक कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 70 मिनट की सीमा के तहत लघु फिल्मों के लिए कई श्रेणिया हैं। मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भी वृत्तचित्रों और फिल्म बनाने वालों को पुरस्कृत किया जाता है।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष् यह सरकार की योजना हैण्ण्ण् सभी तरह की फिल्मोंण्ण्ण्।ष्ष् गौरतलब है कि कि ष्ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कोरोना वायरस लघु फिल्म महोत्सवष् का आयोजन इंडियन इफोटेंनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन ;आईआईएमएसीद्ध ने किया है और इसमें कोविड.19 पर बनी 108 देशों की करीब 2ए800 फिल्में शामिल की गयी हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बार नकवी और आईआईएमएसी के अध्यक्ष देवेंद्र खंडेलवाल भी मौजूद थे।
दो साल में किसानों की आय दोगनी होगीरू धन सिंह रावत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉण् धन सिंह रावत ने सोमवार को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून लाकर किसानों के हितों की रक्षा की है। इस कानून से 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले किसान अपने उत्पादों को सिर्फ और सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही बेच सकते थे। कुछ चुनिंदा लोगों का मंडियों पर कब्जा रहता था। कृषि संशोधन अधिनियम के बाद किसानों को अपने कृषि उत्पादों को देश के किसी भी कोने में विक्रय करने की छूट दी गई है। ओपन मार्केट में अपने उत्पादों का उचित मूल्य कहीं भी किसी भी माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि देश के अनेकों अनेक स्थानों पर किसानों ने ई.पोर्टल के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री पहले से अस्सी नब्बे प्रतिशत अधिक मूल्यों पर की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 हजार एफपीओ संगठन बनाने की योजना बनाई हैए जिसके लिए 6865 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके माध्यम से किसान स्वेच्छा से अपने संगठन बनाकर कर अपने उत्पादों की बिक्री देश के किसी भी कोने में कर सकता है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार लघु एवं सीमांत किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी एमएसपी का विरोध नहीं किया है। एमएसपी आज भी लागू रहेगी। केंद्र सरकार आंदोलनरत सभी किसानों से वार्ता करने एवं कृषि संशोधन अधिनियम के कानूनों में बदलाव के लिए भी तैयार है। परंतु कुछ राजनीतिक दल एवं कुछ मंडी के बड़े दलालों की दुकान बंद हो गई हैए जिस कारण इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाकर आंदोलन किया जा रहा है। यह देश के किसानों की हित में हितकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ पंजाबए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही आंदोलन हो रहा है। यदि किसानों का अहित होता पूरे देश में किसान आंदोलनरत होतेए परंतु ऐसा नहीं है। विपक्ष राजनीति कर किसानों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्टए कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगीए थराली विधायक मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।
किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें रू सुयाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 दिसंबर । भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं उत्तरकाशी जिला प्रभारी विनोद सुयाल ने कहा है कि कृषि कानून देश के किसानों की तकदीर बदल देंगे। मगर कुछ लोग नहीं चाहते कि किसान सशक्त हो। किसान आंदोलन के पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
यहां सोमवार को लोनिवि विश्राम गृह मे पत्रकार वार्ता में सुयाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने वाले इस कानून को किसी भी हालत में वापस नहीं लेगी। अध्यादेश संसद से पास हुए हैं। संसद में किसी ने विरोध नहीं किया। अब बेवजह किसानों को भड़काया जा रहा है। इस अवसर पर यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावतए जिला अध्यक्ष रमेश चौहान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभालए महामंत्री हरीश डंगवालए विजय संतरीए सुरेश चौहानए जयबीर चौहानए महावीर नेगीए लोकेंद्र बिष्टए गिरीश रमोलाए जय प्रकाश भट्टए भारत भूषण भट्टए शोभन सिंह राणाए अनीता राणाए जालमा राणाए बाल्शेखर नौटियालए विजयपाल मखलोगा आदि मौजूद रहे।
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