भाजपा ने आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन को बेनकाब
अंतिम प्रवक्ताः दिल्ली भाजपा ने 18 फरवरी जंतर-मंतर पर एक विषाल प्रदर्षन आयोजित करके “आम आदमी पार्टी के विष्वासघात और कांग्रेस के भ्रश्टाचार“ का पर्दाफाष करने के लिये एक अभियान षुरू किया, जिसमें दिल्ली भाजपा प्रभारी श्री प्रभात झा, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री विजय गोयल और भाजपा विधायक दल नेता डाॅ. हर्श वर्धन ने संबोधित किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये श्री झा ने कहा “पिछले 49 दिनों के कुषासन
में आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन सरकार ने दिल्ली को बर्बाद किया। वास्तव में कांग्रेस ही आम आदमी पार्टी के जरिये परोक्ष रूप से षासन कर रही थी, परन्तु आज ये दोनों पार्टियां बेनकाब हो गई हैं।“
दिल्ली भाजपा प्रदेष अध्यक्ष श्री विजय गोयल ने कहा है “आम आदमी पार्टी के नेता खुलेआम लोगों से झूठ बोल रहे हैं, जिसका पर्दाफाष भी हो रहा है। हाल ही में उनके नेता अरविंद केजरीवाल, षाजिया इल्मी उस समय झूठ बोलते पकड़ी गई, जब ट्रांसपेरेंसी इंटरनेषनल ने इस बात से इंकार किया कि उन्होंने कभी ऐसी रिपोर्ट जारी की थी जिसमें यह कहा गया हो कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी षासन के दौरान भ्रश्टाचार कम हुआ है।“
“आम आदमी पार्टी के दोनों नेताओं को इस झूठ के लिये सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिये। आम आदमी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन सरकार के विरूद्ध भाजपा विस्तृत आरोप पत्र लायेगी। भाजपा के कार्यकर्ता भी आम आदमी पार्टी के सभी 28 विधायकों से उनके दोहरे मानदंड के लिये जवाब मांगेंगे,
“हम सभी ने यह देखा है कि किस प्रकार वे लोग, जो आम आदमी पार्टी में षामिल हुये थे, आम आमदी पार्टी नेतृत्व के संदिग्ध रूप में काम करने के विरूद्ध विद्रोह कर रहे हैं, जो कांग्रेस पार्टी के कुछ लोगों के साथ सौदा करते दिख रहे हैं और इस प्रकार लोकसभा के लिये उम्मीदवारों के बारे में फैसला कर रहे हैं। पूरे देष में आम आदमी पार्टी द्वारा उम्मीदवार के चयन प्रक्रिया के विरूद्ध विद्रोह की रिपोर्ट मिल रही है। आम आदमी पार्टी ने वह नैतिक आधार खो दिया है जिसपर वह पाखंड और अवसरवाद के माध्यम से अपने आप को खड़ा करने की कोषिष कर रही थी।
डाॅ. हर्श वर्धन ने कहा “हम सभी जानते हैं कि आम आदमी पार्टी के नेताओं ने किस प्रकार फोर्ड फाउंडेषन जैसे संगठनों से धन प्राप्त किया, जो पूरी दुनिया में विध्वंसकारी नीतियों के लिये जाने जाते हैं। आम आदमी पार्टी के नेता इस पर स्पश्टिकरण क्यों नहीं देते?“