15वीं लोकसभा में गतिरोधों का ठीकरा कांग्रेस के सिर
अंतिम प्रवक्ता। भाजपा ने संसद में हुए गतिरोधों का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए उसे किसी भी प्रकार के व्यवधानों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता सुषमा स्वराज ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर आरोप लगाया कि 15वीं लोकसभा में बाधाओं के लिए वही जिम्मेदार रही है। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा ने भाजपा और इसके सहयोगियों का बचाव करते हुए कहा कि इन्होंने लोकसभा में हंगामा सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए किया। यह लोकसभा सर्वाधिक बार बाधित हुई। सरकार ने काफी घोटाले किए, हर नए सत्र के दौरान नया
घोटाला सामने आया। सरकार इन्हें अलग रख कर संसद की कार्यवाही चाहती थी, लेकिन हमें सरकार और इसके भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए संसद को बाधित करना पड़ा। उन्होंने कहा, लेकिन इस सत्र
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में नया चलन देखा गया कि सरकार के सदस्य ही सदन बाधित कर रहे। तेलंगाना विरोध की वजह से तीन सत्र की आहुति देनी पड़ी, जिसमें सिर्फ सरकार में शामिल लोगों ने सदन को बाधित किया। सुषमा ने कहा, लोकसभा में कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए, लेकिन अगर संसद की कार्यवाही सुचारु रूप से चली होती तो हम शायद और अधिक अच्छे विधेयक पारित कर पाते। 15वीं लोकसभा सिर्फ 61 फीसदी ही उत्पादक रही। कार्यवाही का 13 फीसदी हिस्सा ही विधायी कार्यो में खर्च हुआ, 74 महत्वपूर्ण विधेयक लंबित रहे और सिर्फ 20 विधेयक पांच मिनट से भी कम समय की चर्चा में पारित हो पाए। बता दें कि हाल ही मे 15वीं लोकसभा के कई शर्मनाक क्षण भी रहे हैं, और कई स्थितियां बेहद अपमानजनक रही हैं।