टीम इंडिया की कड़ी मेहनत और टीम वर्क प्रेरणादायक – प्रधानमंत्री
टीम इंडिया की कड़ी मेहनत और टीम वर्क प्रेरणादायक – प्रधानमंत्री
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट टीम की तारीफ करते हुए रविवार को कहा कि टीम की कड़ी मेहनत और टीम वर्क प्रेरणादायक है।
मोदी ने अपने कार्यक्रम मन की बात कार्यक्रम में कहाए इस महीने हमें क्रिकेट की पिच से खुशखबरी मिली। शुरूआती निराशा के बादए भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया में सीरीज पर ऐतिहासिक कब्जा जमाया। हमारी टीम की कड़ी मेहनत और टीम वर्क प्रेरणादायक था।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ;बीसीसीआईद्ध ने अपनी तारीफ के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है और ट्वीट करते हुए कहाए धन्यवादए नरेंद्र मोदी जी आपके ये शब्द उत्साहित करते हैं। टीम इंडिया तिरंगे को ऊंचा फहराने के लिए हर संभव कोशिश करेगी।
भारत को एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। टीम इस मैच की दूसरी पारी में सिर्फ 36 रनों पर ही ढेर हो गई थी। यहां से भारत ने दमदार वापसी की और बॉर्डर.गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की।
भारतीय टीम ने हाल में आस्ट्रेलिया में 2ण्1 से टेस्ट सीरीज जीती है। भारत पहले टेस्ट में 36 रन पर ढेर हो गया था।
उनके बाद रहाणे ने टीम की कमान संभाली थी और दूसरे टेस्ट में भारत को आठ विकेट से जीत दिलाई थी। इसके बाद सिडनी में मैच ड्रॉ रहा था और ब्रिस्बेन में भारत ने तीन विकेट से ऐतिहासिक जीत के साथ सीरीज 2.1 से जीत ली।
इससे पहलेए प्रधानमंत्री मोदी ने 22 जनवरी को भी भारतीय क्रिकेट टीम को आस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली जीत की जमकर तारीफ की थी और कहा था कि यह जीत देश के युवाओं के लिए प्रेरणादायी है।
असम की तेजपुर यूनिवर्सिटी के 18वें कॉन्वोकेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि काफी चुनौतियों का सामना करने के बाद भी भारतीय टीम की आस्ट्रेलिया पर जीत उसकी प्रतिभा और टेम्परामेंट को दर्शाती है।
मोदी ने कहा थाए भारत ने आस्ट्रेलिया के हालिया दौर पर कई चुनौतियों का सामना किया था। उसे बुरी हार मिली थी लेकिन उसने तेजी से वापसी की और अगला मैच जीता। चोटों के बाद भी उसने गजब की प्रतिस्पर्धा दिखाई। उसने घबराने के बजाए चुनौती स्वीकार की और नए समाधान की तरफ देखा।
उन्होंने कहा थाए अनुभवहीन खिलाड़ी भी थे लेकिन उनका आत्मविश्वास ऊंचा था और उन्होंने मौके का फायदा उठाया। उन्होंने एक बेहतर टीम को अपने प्रतिभा और टैम्परामेंट से मात दी।
26 जनवरी को तिरंगे के अपमान से बहुत दुखी हुआ मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि कोरोना महामारी का सालभर मजबूती से मुकाबला करने के बाद भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहा हैए लेकिन इस सबके बीच 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन लालकिले पर हुई घटना से देश बहुत दुखी हुआ। प्रधानमंत्री ने आकाशवाणी के अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ष्मन की बातष् की 73वीं कड़ी को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि कोरोना टीकाकरण के मामले में भारत आज आत्मनिर्भर हो गया है और भारत जितना सक्षम होगाए उतना ही अधिक दुनिया को लाभ होगा। नए साल में जनवरी के महीने के दौरान मनाए गए पर्व व त्योहारों के साथ अन्य घटनाओं व कायर्क्रमों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाए ष्ष्ष्इन सबके बीचए दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दुखी भी हुआ।ष् प्रधानमंत्री ने 23 जनवरी को स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को ष्पराक्रम दिवसष् के तौर पर मनाए जाने और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की ष्शानदार परेडष् का भी जिक्र किया। उन्होंने भारतीय क्रिक्रेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में मिली जीत का भी उल्लेख किया। इस कड़ी में प्रधानमंत्री ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा संसद के संयुक्त सत्र में हुए संबोधन और पद्म पुरस्कारों की घोषणा का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहाए ष्ष्इस साल भी पुरस्कार पाने वालों में वे लोग शामिल हैं जिन्होंने अलग.अलग क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया है और अपने कामों से किसी का जीवन बदला हैए देश को आगे बढ़ाया है।ष् मोदी ने कहाए ष्यानीए जमीनी स्तर पर काम करने वाले अनजाने चेहरों को पद्म सम्मान देने की जो परंपरा देश ने कुछ वर्ष पहले शुरू की थीए वोए इस बार भी कायम रखी गई है।ष् कोरोना के खिलाफ चल रहे देशव्यापी टीकाकरण अभियान का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा किसंकट के समय में भारत दुनिया की सेवा इसलिए कर पा रहा हैए क्योंकि आज वह दवाओं और टीके को लेकर आत्मनिर्भर है। उन्होंने कहाए ष्ष्यही सोच आत्मनिर्भर भारत अभियान की भी है। भारतए जितना सक्षम होगाए उतनी ही अधिक मानवता की सेवा करेगाए उतना ही अधिक लाभ दुनिया को होगा।ष् प्रधानमंत्री ने कहा कि सिर्फ 15 दिन में भारत अपने 30 लाख से ज्यादा कोरोना योद्धाओं का टीकाकरण कर चुका है जबकि अमेरिका जैसे समृद्ध देश को इसी काम में 18 दिन लगे थे और ब्रिटेन को 36 दिन। उन्होंने कहाए ष्ष्जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी हैए वैसे ही अब हमारा टीकाकरण अभियान भी दुनिया में एक मिसाल बन रहा है।ष् मोदी ने कहा कि ष्मेड इन इंडियाष् टीके आज भारत की आत्मनिर्भरता का तो प्रतीक हैं हीए भारत केए आत्मगौरव का भी प्रतीक हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया और इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है।ष्ष् केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री ने कहाए ष्ष्कृषि के आधुनिकीकरण के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है और इसके लिए कई कदम उठाए जा रहे हैंए ये प्रयास जारी रहेंगे।ष्ष्
कोराना टीकाकरण भारत में सबसे तेज मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । जनवरी ;वेबवार्ताद्ध। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना महामारी के खिलाफ भारत का संघर्ष दुनिया भर में एक मिसाल बना है और अब टीकाकरण का अभियान में एक उदाहरण बन रहा है।
श्री मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ष् मन की बातष् के दूसरे चरण के 20 वें संस्करण में कहा कि इस साल की शुरुआत के साथ ही कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को भी करीब.करीब एक साल पूरा हो गया है। जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी हैए वैसे हीए अबए हमारा टीकाकरण कार्यक्रम भीए दुनिया मेंए एक मिसाल बन रहा है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा कोविड टीकाकरण कार्यक्रम चला रहा है।
उन्होंने कहा कि संकट के समय में भारतए दुनिया की सेवा इसलिए कर पा रहा हैए क्योंकिए भारतए आजए दवाओं और वैक्सीन को लेकर सक्षम हैए आत्मनिर्भर है। यही सोच आत्मनिर्भर भारत अभियान की भी है। भारतए जितना सक्षम होगाए उतनी ही अधिक मानवता की सेवा करेगाए उतना ही अधिक लाभ दुनिया को होगा।
उन्होंने कहाए श् और भी ज्यादा गर्व की बात क्या है घ् हम सबसे बड़े टीकाकरण के साथ ही दुनिया में सबसे तेज गति से अपने नागरिकों का टीकाकरण भी कर रहे हैं। सिर्फ 15 दिन मेंए भारतए अपने 30 लाख से ज्यादाए कोरोना योद्धाओं का टीकाकरण कर चुका हैए जबकिए अमेरिका जैसे समृद्ध देश कोए इसी काम मेंए 18 दिन लगे थे और ब्रिटेन को 36 दिन।श्
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में निर्मित वैक्सीन आजए भारत की आत्मनिर्भरता का तो प्रतीक है हीए भारत केए आत्मगौरव का भी प्रतीक है। उन्होंने उत्तरप्रदेश के भाई हिमांशु यादव और मदुरै से कीर्ति के पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि ष्मेड इन इंडिया वैक्सीनष् से मन में एक नया आत्मविश्वास आ गया है। कई विदेशी संदेश भेजकर भारत का शुक्रिया अदा कर रहे हैं। भारत ने जिस तरह कोरोना से लड़ाई में दुनिया की मदद की हैए उससे भारत के बारे मेंए उनके मन मेंए इज्जत और भी बढ़ गई है।
श्री मोदी ने कहाए श् आजकल मुझे भी अलग.अलग देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्रियों की तरफ से भारत के लिए ऐसे ही संदेश मिलते हैं। आपने भी देखा होगाए अभीए ब्राज़ील के राष्ट्रपति नेए ट्वीट करके जिस तरह से भारत को धन्यवाद दिया हैए वो देखकर हर भारतीय को कितना अच्छा लगा। हजारों किलोमीटर दूरए दुनिया के दूर.सुदूर कोने के निवासियों कोए रामायण के उस प्रसंग की इतनी गहरी जानकारी हैए उनके मन पर गहरा प्रभाव है . ये हमारी संस्कृति की विशेषता है।श्
प्रधानमंत्री ने सड़क हादसों पर चिन्ता व्यक्त की
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सड़क हादसों पर चिन्ता व्यक्त करते हुए रविवार को कहा कि देश में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार के साथ ही व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर कई तरह के प्रयास भी किये जा रहे हैं।
श्री मोदी ने आकाशवाणी पर इस वर्ष के पहले रेडियो कार्यक्रम ष्मन की बातष् में कहा कि इसी महीने 18 जनवरी से 17 फरवरी तक देश में ष्सड़क सुरक्षा माहष् मनाया जा रहा है। सड़क हादसे आज हमारे देश में ही नहीं पूरी दुनिया में चिंता का विषय हैं। इसको लेकर सरकार के साथ ही व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर कई तरह के प्रयास भी किये जा रहे हैं। जीवन बचाने के इन प्रयासों में हम सबको सक्रिय रूप से भागीदार बनना चाहिए।
उन्होंने सीमा सड़क संगठन के कामकाज की चर्चा करते हुए कहा कि यह संगठन सड़क दुर्घनाओं की रोकथाम को लेकर लोगों में जागरुकता लाने के लिए अभिनव स्लोगन का उपयोग करता है । सड़को से गुजरते हुए ये स्लोगन देखने को मिलते हैं। जैसे दिस इन हाईवे नॉट रन वे । ये स्लोगन सड़क पर सावधानी बरतने को लेकर लोगों को जागरूक करने में काफी प्रभावी होते हैं। उन्होंने लोगों से ऐसे स्लोगन भेजने की अपील की है ।
प्रधानमंत्री ने सड़कों पर टोल वसूली के लिए फास्ट टैग से होने वाले फायदे की चर्चा करते हुए कहा कि इससे यात्रा का अनुभव ही बदल गया है। इससे समय की तो बचत होती ही हैए टॉल प्लाजा पर रुकने और भुगतान की चिंता करने जैसी दिक्कतें भी खत्म हो गई हैं। पहले हमारे यहाँ टॉल प्लाजा पर एक गाड़ी को औसतन सात से आठ मिनट लग जाते थेए लेकिन फास्ट टैग के आने के बादए ये समयए औसतन सिर्फ डेढ़.दो मिनट रह गया है। गाड़ी के रुकने में कमी आने से ईंधन की बचत भी हो रही है। इससे देशवासियों के करीब 21 हजार करोड़ रूपए बचने का अनुमान है।
कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने चीन पहुंचे डब्ल्यूएचओ के दल ने वुहान खाद्य बाजार का दौरा किया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । वुहानए 31 जनवरी ;वेबवार्ताद्ध। कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने चीन पहुंचा विश्व स्वास्थ्य संगठन ;डब्ल्यूएचओद्ध का दल रविवार को उस बाजार में गयाए जिसे पिछले साल लागू किए गए 76 दिन के लॉकडाउन के दौरान वुहान के लिए खाद्य वितरण करने वाले केंद्र के रूप में जाना जाता है। दल के सदस्यों को वुहान में मांसाहारी सामग्रियों के सबसे बड़े बाजारों में शामिल बैशाझोउ बाजार में घूमते देखा गया। दल के चारों ओर चीनी अधिकारियों और प्रतिनिधियों का बड़ा घेरा था। डब्ल्यूएचओ के दल में पशु स्वास्थ्यए विषाणु विज्ञानए खाद्य सुरक्षा एवं महामारी विशेषज्ञ शामिल हैं। यह दल वुहान के उन दो अस्पतालों का दौरा कर चुका हैए जहां महामारी की शुरुआत में कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार किया गया था। दल ने वुहान जिनयांतन अस्पताल और ष्हुबेई इंटिग्रेटेड चाइनीज एंड वेस्टर्न मेडिसीन हॉस्पिटलष् का दौरा किया। दल के सदस्य शनिवार को एक संग्रहालय में लगी कोविड.19 संबंधी प्रदर्शनी में भी गए। डब्ल्यूएचओ ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया था कि दल अस्पतालों तथा हुनान सीफूड मार्केटए ष्वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी एवं वुहान सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोलष् की प्रयोगशालाओं जैसे उन स्थानों पर भी जाएगाए जो कोरोना वायरस के शुरुआती मामलों से संबंधित हैंए लेकिन वैज्ञानिकों के केवल एक दौरे से वायरस की उत्पत्ति के बारे में कुछ भी पता लगना कठिन है। उसने कहा कि दल ने इस महामारी से संबंधित विस्तृत डेटा मांगा है तथा वह कोविड.19 के शुरुआती मरीजों एवं उनका इलाज करने वालों से भी मुलाकात करेगा। चीन आने के बाद से 14 दिन के लिए यह दल पृथक.वास में था और बृहस्पतिवार को उसकी पृथक.वास की अवधि समाप्त हुई थी।
भावना कंठ रू गणतंत्र दिवस परेड में शामिल पहली महिला फाइटर पायलट
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । भारतीय वायुसेना की पहली महिला फाइटर पायलट भावना कंठ ने 26 जनवरी को जमीन पर रहते हुए आसमान छू लिया। यह पहला मौका था जब किसी महिला फाइटर पायलट को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया। वायुसेना की झांकी पर हलके लड़ाकू विमानए हलके लड़ाकू हेलीकॉप्टर और सुखोई.30 लड़ाकू विमान की प्रतिकृतियों के सामने खड़ी देश की यह बेटी राजपथ से गुजरते हुए हर भारतवासी को प्राण देकर भी अपना कर्तव्य निभाने का वचन दे गई। भावना कंठ को जून 2016 में अवनी चतुर्वेदी और मोहना सिंह के साथ भारतीय वायुसेना में पहली महिला फाइटर पायलट के तौर पर शामिल किया गया था। उन्हें तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया था। वायुसेना ने महिलाओं को फाइटर पायलट के तौर पर लड़ाकू विमान उड़ाने की जिम्मेदारी सौंपने के संबंध में 2015 में एक ऐतिहासिक फैसला किया था। बिहार के दरभंगा में एक दिसंबर 1992 को नारायण कंठ और राधा कंठ के यहां जन्मी भावना को बचपन से ही खो.खोए बैडमिंटनए तैराकी और पेंटिंग का शौक रहा। उन्होंने बरौनी रिफाइनरी में डीएवी पब्लिक स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और 2014 में बेंगलुरू के बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से आगे की पढ़ाई करने के बाद टाटा कंसलटेंसी सर्विसिज में नौकरी करने लगीं। शिक्षा और नौकरी के बाद एक लिहाज से भावना अपने जीवन में व्यवस्थित हो चुकी थींए लेकिन उनके भाग्य में शायद आसमान की ऊंचाइयां छूना लिखा था। वह आसमान में उड़ते विमानों को सिर उठाकर देखने वालों में नहीं थींए बल्कि इंसान के बनाए इन मशीनी परिंदों को खुद उड़ाना चाहती थीं। लिहाजा उन्होंने वायुसेना में जाने का फैसला किया और प्रवेश परीक्षा के बाद उन्हें पहले चरण के प्रशिक्षण के लिए चुन लिया गया। इस दौरान उन्हें फाइटर पायलट बनने का विकल्प चुनने का मौका मिला। जून 2016 में भावना फाइटर पायलट के तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल हुईं और उन्हें हैदराबाद के हाकिमपेट एयरफोर्स स्टेशन में छह माह का प्रशिक्षण दिया गया। इसके तुरंत बाद उन्हें डिंडिगुल स्थित वायुसेना अकादमी में दूसरे दौर के प्रशिक्षण के लिए भेजा गया और इस तरह धीरे.धीरे उनके सपनों के पंख खुलने लगे। यह सांवली सी छरहरी लड़की फौलाद का जिगर रखती है। 16 मार्च 2018 को उन्होंने मिग.21 बाइसन विमान अकेले उड़ाया। मई 2019 में भावना को लड़ाकू अभियानों में भाग लेने के लिए चुना गया तथा इस तरह उन्होंने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली। भावना इस समय राजस्थान एयरबेस में तैनात हैंए जहां वह मिग.21 बाइसन लड़ाकू विमान उड़ाती हैं। उन्हें पिछले वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर नारी शक्ति सम्मान प्रदान किया गया। हौसले के साथ मंजिल की तरफ बढ़ते कदम अभी मील के कई और पत्थर पार करेंगे।
कोरोना रिकवरी दर 97 फीसदी के करीब
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । देश में कोरोना संक्रमण की मंद पड़ती रफ्तार के बीच इस महामारी को मात देने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि से रिकवरी दर बढ़कर 97 प्रतिशत के करीब पहुंच गयी है वहीं सक्रिय मामलों में गिरावट का सिलसिला जारी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 13ए052 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ सात लाख 46 हजार से अधिक हो गया है। इसी दौरान 13ए965 मरीज स्वस्थ हुए जिसके साथ कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या एक करोड़ चार लाख 23 हजार 125 हो गयी और रिकवरी दर 96ण्99 हो गयी है। वहीं सक्रिय मामले 1040 कम होकर 1ण्68 लाख रह गये हैं । इसी अवधि में 127 मरीजों की मौत हो गयी और मृतकों का आंकड़ा एक लाख 54 हजार 274 हो गया।
देश में सक्रिय मामलों की दर घटकर 1ण्57 फीसदी रह गयी है जबकि मृत्युदर अब भी 1ण्44 प्रतिशत है।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक 1053 सक्रिय मामले बढ़े हैं जिससे इनकी संख्या 45ए437 हो गयी है। वहीं 1535 मरीज स्वस्थ हुएए जिसे मिलाकर कोरोना को मात देने वालों की तादाद 19ण्27 लाख हो गयी है जबकि 42 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 51ए042 हो गया है।
केरल में इसी दौरान 768 सक्रिय मामले कम हुए हैं और सबसे अधिक 7032 मरीज स्वस्थ हुए हैं। राज्य में सक्रिय मामले अब 71ए714 हो गये हैंए वहीं कोरोना को मात देने वालों का आंकड़ा बढ़कर 8ण्48 लाख हो गया है जबकि 18 और मरीजों की मौत से मृतकों की संख्या 3722 हो गयी है। सक्रिय मामलों में केरल अभी पहले स्थान पर है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सक्रिय मामले 115 कम हुए हैं और इनकी संख्या अब 1436 रह गयी है। वहीं आठ और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 10ए849 हो गया है। दिल्ली में अब तक 6ण्22 लाख से अधिक मरीज कोरोनामुक्त हुए हैं।
केरल तथा उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा कम हुए कोरोना के सक्रिय मामले
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । 24 घंटों के दौरान देश के 28 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस ;कोविड.19द्ध के सक्रिय मामलों में कमी दर्ज की गयी हैए जिनमें सबसे ज्यादा मामले केरल तथा उत्तर प्रदेश में कम हुए हैं।
इस दौरान केरल में जहां 768 मामले कम हुएए वहीं उत्तर प्रदेश में 236 मामलों की गिरावट आई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 13ए052 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ सात लाख 46 हजार से अधिक हो गया है। इसी दौरान 13ए965 मरीज स्वस्थ हुए जिसके साथ कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या एक करोड़ चार लाख 23 हजार 125 हो गयी और रिकवरी दर 96ण्99 हो गयी है। वहीं सक्रिय मामले 1040 कम होकर 1ण्68 लाख रह गये हैं । इसी अवधि में 127 मरीजों की मौत हो गयी और मृतकों का आंकड़ा एक लाख 54 हजार 274 हो गया।
हम सरकार का सिर नहीं झुकने देंगेए राकेश टिकैत ने कहा. बस इतना बता दें
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । भाकियू के नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को केन्द्र सरकार से कहा कि वह खुद किसानों को बताये कि वह कृषि कानूनों को वापस क्यों नहीं लेना चाहती और ष्ष्हम वादा करते हैं कि सरकार का सिर दुनिया के सामने झुकने नहीं देंगे।ष्ष्
ट्रैक्टर परेड में हिंसा के कारण किसान आंदोलन के कमजोर पड़ने के बाद एक बार फिर जोर पकड़ने के बीच टिकैत ने सरकार से कहाए ष्ष्सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह नये कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करने पर अड़ी हुई हैघ्ष्ष्
उन्होंने कहाए ष्ष्सरकार किसानों को अपनी बात बता सकती है। हम ;किसानद्ध ऐसे लोग हैं जो पंचायती राज में विश्वास करते हैं। हम कभी भी दुनिया के सामने सरकार का सिर शर्म से नहीं झुकने देंगे।ष्ष्टिकैत ने कहाए ष्ष्सरकार के साथ हमारी विचारधारा की लड़ाई है और यह लड़ाई लाठीध्डंडोंए बंदूक से नहीं लड़ी जा सकती और ना ही उसके द्वारा इसे दबाया जा सकता है। किसान तभी घर लौटेंगे जब नये कानून वापस ले लिए जाएंगे।ष्ष्
त्रिपुरा के धलाई जिले में भाजपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या
अगरतलाए 31 जनवरी ;वेबवार्ताद्ध। त्रिपुरा के धलाई जिले में शनिवार को भाजपा के 37 वर्षीय कार्यकर्ता की उनके आवास पर अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बंदूकधारियों का एक समूह जलचंद्र करबारी पारा क्षेत्र स्थित कृपा रंजन चकमा के घर में घुसा और उन पर गोली चला दी।
भाजपा जिला समिति के सदस्य आशीष भट्टाचार्जीए स्थानीय विधायक शंभुलाल चकमाए पार्टी के जनजति मोर्चा के जिला अध्यक्ष हंग्सा कुमार उनके घर गए और शोक व्यक्त किया। भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्जी ने कहाए श्उनकी हत्या त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद ;टीटीएएडीसीद्ध के चुनाव से पहले की गई एक साजिश है।ष्ष्
जल बोर्ड के 26,000 करोड़ रुपये का हिसाब मांग रही है दिल्ली की जनता
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली जल बोर्ड में किए गए 26,000 करोड़ रुपये के घोटाले के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने कनाट प्लेस में विशाल मानव श्रृंखला बनाई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में इस मानव श्रृंखला में भाजपा के हज़ारों कार्यकर्ताओं ने महिला, युवा और बुजुर्गों के साथ मिलकर केजरीवाल सरकार से 26,000 करोड़ का हिसाब मांगा है। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय सचिव एवं दिल्ली की सह-प्रभारी डॉक्टर अलका गुर्जर और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
आदेश गुप्ता ने कहा कि पिछले 5 सालों में आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली जल बोर्ड को खोखला कर दिया है और उसमें हर साल घाटा बढ़ता ही जा रहा है। पिछले पांच सालों में केजरीवाल सरकार ने जल बोर्ड को जो रुपये दिया है उसमें से 26,000 करोड़ रुपये का कोई हिसाब नहीं है। ये दिल्ली के कर दाताओं के रुपये हैं जिन रुपयों को आम आदमी पार्टी अपने राजनैतिक विस्तार में खर्च करने में लगी है। आम आदमी पार्टी पूरी दिल्ली के सामने अब बेनकाब हो चुकी हैं कि उसने किस तरह से दिल्ली जल बोर्ड को अपना सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का अड्डा बनाया हुआ है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि जब तक केजरीवाल 26,000 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं देते तब तक भाजपा दिल्ली की जनता के हित में आवाज उठाती रहेगी। शर्म आती है ये सुनकर कि मुनाफा तो दूर दिल्ली जल बोर्ड को हर साल 3400 करोड़ रुपये लोन का ब्याज भी चुकाना पड़ रहा है।
भाजपा की राष्ट्रीय सचिव एवं दिल्ली की सह-प्रभारी डॉक्टर अलका गुर्जर ने कहा कि केजरीवाल अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए भाजपा द्वारा लगाए गए पोस्टर और होर्डिंग्स को अपने कार्यकर्ताओं और मंत्रियों द्वारा फड़वा रहे हैं, इससे उनके किए कारनामें पर पर्दा नहीं पड़ने वाला है। दिल्ली की जनता और कारोबारियों के रुपयों से वे दूसरे राज्यों में अपना प्रचार-प्रसार करवा रहे हैं, उन्हें जवाब देना पड़ेगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर युवा, महिला और बुजुर्ग बड़ी तादाद में अपने भविष्य को बचाने के लिए और केजरीवाल सरकार के अब तक के सबसे बड़े घोटाले का हिसाब मांगने के लिए सड़कों पर आए हैं। दिल्ली में पीने के पानी और सीवरेज की व्यवस्था पहले से ज्यादा बदतर है, लेकिन खर्चा पहले से कई गुणा बढ़ा दिया गया है। आखिर यह पैसा कहां खर्च हो रहा है, इसका जवाब केजरीवाल सरकार को देना होगा।
मानव श्रृंखला के दौरान दिल्ली भाजपा के महामंत्री हर्ष मल्होत्रा, दिनेश प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष विष्णु मित्तल उपाध्यक्ष विरेन्द्र सजदेवा, अशोक गोयल देवराहा, सुनील यादव, जयवीर राणा, करम सिंह कर्मा, मीडिया प्रभारी नवीन कुमार, प्रदेश मंत्री गौरव खारी, सरदार इम्प्रीत सिंह बक्शी, संतोष गोयल, युवा मोर्चा अध्यक्ष वासु रुक्खड़, महिला मोर्चा अध्यक्ष योगिता सिंह, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष भूपेन्द्र गोठवाल, पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष कौशल मिश्रा, किसान मोर्चा अध्यक्ष विनोद सहरावत, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष संतोष पाल, प्रदेश प्रवक्ता सतीश गर्ग, विरेन्द्र बब्बर, आदित्य झा, मोहन लाल गिहारा, नीतू डबास, सहित प्रदेश, जिला एवं मंडल के सैकड़ों पदाधिकारी मौजूद थे।
महंगे विदेशी एन 95 मास्क से बेहतर आईआईटी दिल्ली का आविष्कार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों में शुमार आईआईटी दिल्ली ने कोरोना की रोकथाम से जुड़ा एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। आईआईटी दिल्ली ने पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से बने एन 95 स्तर के 50 लाख से अधिक मास्क कोरोना काल में लोगों तक पहुंचाने का रिकॉर्ड बनाया है। देश ही नहीं दुनिया भर के किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए यह एक नया रिकॉर्ड है।
आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर प्रोफेसर वीण् रामगोपाल राव ने कहाए हमने पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित एन 95 के समान गुणवत्ता वाला मास्क बनाया है। मात्र 40 रुपये में यह एन 95 मास्क पूरे देश में उपलब्ध कराया जा सकता है।
आईआईटी दिल्ली के मुताबिक उनकी इस स्वदेशी तकनीक ने गुणवत्ता के मामले में विदेशी एन 95 मास्क को भी पीछे छोड़ दिया है। विश्व स्तरीय परीक्षणों में आईआईटी दिल्ली का यह मास्क अधिक बेहतर प्रमाणित हुआ है।
आईआईटी दिल्ली अपनी इस तकनीक को अब सामान्य लोगों के साथ भी साझा कर रही है। इसके लिए कुछ एनजीओ और सोसायटी ग्रुप को ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
प्रोफेसर वीण् रामगोपाल राव ने कहाए आईआईटी दिल्ली का हमारा टेक्सटाइल डिपार्टमेंट एक नई तकनीक के साथ आगे आया है। यहां जरूरत के समय कवच ब्रांड के नाम से मास्क बनाने का काम किया गया। इसमें हमने बड़ी कामयाबी हासिल की। बीते करीब 8 महीने में आईआईटी दिल्ली ने 5 मिलियन मास्क बनाए हैंए इनमें से 40 प्रतिशत एक्सपोर्ट किए गए हैं।
आईआईटी दिल्ली के मुताबिकए कवच मास्क को कोरोनावायरस के साथ.साथ अन्य प्रकार के वायरस रोकने में भी सक्षम बनाया गया है। यह मास्क परीक्षण करते समय पीएम 2ण्5 और पीएम 10 जैसे हानिकारक प्रदूषण को भी रोकने में सक्षम पाया गया।
इसकी खास बात यह है कि यह मास्क कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे धो कर दोबारा इस्तेमाल करना संभव है। इस मास्क को पहनने के बाद सांस लेने में किसी प्रकार दिक्कत नहीं आएगी। मास्क पूरे चेहरे को कवर करेगा।
आईआईटी दिल्ली द्वारा बनाए गए यह एन95 मास्क सभी बड़े अस्पतालों समेत लाखों भारतीय तक पहुंचाए गए हैं। वहीं जरूरत के समय 20 लाख से अधिक विदेशी नागरिकों को भी कोरोना से बचने के लिए यह मास्क उपलब्ध कराए जा चुके हैं। प्रोफेसर राव के मुताबिक इंडस्ट्री के साथ मिलकर आईआईटी दिल्ली कोरोना से बचाने के लिए अभी भी इन मास्क का उत्पादन कर रहा है।
प्रोफेसर वी रामगोपाल राव के मुताबिकए आईआईटी दिल्ली में टेक्सटाइल डिपार्टमेंट के प्रोफेसर बिपिन कुमार ने इस मास्क को बनाने में विशेष योगदान दिया है। अस्पतालों के अलावा आम लोगों को यह मास्क ऑनलाइन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
टूरिस्ट हाईवे में बदलेगी लेह से कारगिल की सड़कए हर 25 किमी पर खुलेगा ऑक्सीजन पार्लर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । लेह से कारगिल जाने वाली सड़क को टूरिस्ट हाईवे का रूप दिया जाएगा। केंद्र सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने यह प्लान तैयार किया है। लेह.कारगिल के बीच करीब 230 किमी हाईवे पर नियमित अंतराल पर पर्यटकों के लिए तमाम सुविधाओं का विकास होगा। जिससे लेह से कारगिल का सफर सुगम और सुहाना होगा।
दुनिया में पर्यटन के क्षेत्र में कारगिल को पहचान दिलाने के लिए अब यहां पर्यटकों के लिए कई तरह की सहूलियतों के विकास की दिशा में कार्य का एक्शन प्लान तैयार हो रहा है। मंत्रालय को उम्मीद है कि कारगिल की रोड और एयर कनेक्टिविटी बेहतर होने पर घूमने के लिए स्विटजरलैंड आदि दूसरे देशों में जाने वाले भारतीय कारगिलए द्रास आदि इलाकों में घूमना पसंद करेंगे।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार प्रहलाद सिंह पटेल ने बतायाए लेह.लद्दाख से कारगिल जाने वाले रास्ते पर अभी जनसुविधाएं नहीं हैं। हम चाहते हैं कि हाईवे पर हर 20 से 25 किलोमीटर पर ऑक्सीजन पॉर्लर खोले जाएं। जहां ऑक्सीजन की व्यवस्था के साथ चिकित्सकीय सुविधा भी हो। कूड़े के भी प्रबंध हों। ये इंफ्रास्ट्रक्च र सरकार बनाएगीए लेकिन चलाएंगे इसे स्थानीय गांव के लोग।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के मुताबिकए लेह.लद्दाख और कारगिल में स्थित सैंकड़ों धरोहरों के बारे में अभी लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है। ऐसे में सभी धरोहरों की कल्चरल मैपिंग की भी पहल की जा रही है। लेह से कारगिल जाने वाले रास्ते पर कौन.कौन सी धरोहरें स्थित हैंए इसके बारे में मंत्रालय की वेबसाइट से जानकारी मिलेगी। लेह.कारगिल की सड़क को पर्यटन हाईवे बनाने से पर्यटकों को आसानी होगी। वह वेबसाइट पर जनसुविधाएं ढूंढ सकेंगे। टॉयलेट की भी ऑनलाइन जानकारी मिलेगी।
दरअसलए अगस्त 2019 में लद्दाख के केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद मोदी सरकार का फोकस यहां के विकास पर है। स्थानीय लोग केंद्र सरकार से कारगिल में टूरिजम प्रमोशन की मांग कर चुके हैं। लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल का कहना है कि लोग आज भी कारगिल को 1999 की लड़ाई की रोशनी में देखते हैंए जबकि कारगिल वॉर जोन नहीं बल्कि पीस जोन बन चुका है। यहां पर पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। रूरल टूरिज्म से लेह.लद्दाख और कारगिल में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
कारगिल की तरफ दुनिया का ध्यान खींचने के लिए यहां विंटर स्पोर्ट्स और एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने की कोशिशें केंद्र सरकार की तरफ से चल रहीं हैं। कश्मीर के गुलमर्ग की तरह अब कारगिल में भी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्कीइंग एंड माउंटेनरिंग खोलने की तैयारी है। कारगिल में जमीन की तलाश हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि दो साल के अंदर यहां इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो जाएगा। जिससे स्थानीय और बाहरी युवा साहसिक खेलों की ट्रेनिंग लेकर अंतरराष्ट्रीय
गलत शिकायत दर्ज कराने के लिए आरटीआई कार्यकर्ता को नोटिस
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । उत्तर प्रदेश के पूर्व सूचना आयुक्त अरविंद सिंह बिष्ट के खिलाफ वर्ष 2018 में गलत शिकायत दर्ज कराने के कारण प्रदेश लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा ने आरटीआई कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
अरविंद सिंह बिष्ट पत्रकार भी रहे हैं। वह समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव के रिश्तेदार हैं। उनकी बेटी अपर्णा की शादी मुलायम के छोटे बेटे प्रतीक से हुई है।
उत्तर प्रदेश लोकायुक्त अधिनियम 1975 की धारा 13 के तहत गलत एवं दुर्भावनापूर्ण शिकायत दर्ज कराने के कारण उर्वशी शर्मा की सिक्योरिटी मनी भी जब्त कर ली गई है।
अपनी शिकयत में शर्मा ने यह आरोप लगाया था कि सूचना अधिकार कानून ;आरटीआईद्ध के नियमों के अनुरूप बिष्ट मामलों की सुनवाई नहीं कर रहे हैं और नियमों का उल्लंघन करते हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण ;एलडीएद्ध से जमीन ले रहे हैं।
इस शिकायत के बाद लोकायुक्त ने एलडीए को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था। इसके बाद लोकायुक्त ने कहा कि इस मामले में कोई भी गड़बड़ी नहीं पाई गई है।
बहरहालए कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि एलडीए और सरकार के जवाब के आधार पर शर्मा की शिकायत पर आगे किसी भी प्रकार की कार्रवाई की कोई आवश्यकता नहीं है। साथ ही शर्मा से यह भी पूछा गया है कि क्या उन्होंने किसी गलत मंशा से यह शिकायत दर्ज करवाई थी।
शर्मा की शिकायत को पूरी तरह खारिज करते हुए लोकायुक्त ने उनसे यह स्पष्टीकरण मांगा है कि गलत व निराधार शिकायत दर्ज करवाने के कारण उनके खिलाफ क्यों न कार्रवाई की जाए। उनसे 22 फरवरी तक अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है। जिस धारा के अंतर्गत कार्रवाई शुरू की गई हैए उसमें अगर वो दोषी पाई जाती हैं तो तीन वर्ष की कैद और जुर्माने का भी प्रावधान है।
आम बजटए आरबीआई के फैसले से अगले सप्ताह तय होगी शेयर बाजार की चाल
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । देश के शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह आम बजट की घोषणाओं से तय होगी और निवेशकों की निगाहें सप्ताह के आखिर में भारतीय रिजर्व बैंक ;आरबीआईद्ध के फैसले पर भी टिकी रहेंगी।
अगले वित्त वर्ष 2021.22 का आम बजट सोमवार को संसद में पेश होगा। कोरोना काल में देश की आर्थिक सेहत खराब होने के बाद तीव्र सुधार के संकेत मिलने लगे हैं और आर्थिक सर्वेक्षण में अगले वित्त वर्ष के दौरान देश की आर्थिक विकास दर 11 फीसदी से ज्यादा रहने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि आर्थिक सर्वेक्षण के इस अनुमान के बाद भी बीते सप्ताह बाजार में गिरावट रही।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज ;बीएसईद्ध के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले 2ए592ण्77 अंकों यानी 5ण्30 फीसदी की गिरावट के साथ 46ए285ण्77 पर बंद हुआ।
वहींए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ;बीएसईद्ध के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सप्ताह के मुकाबले 737ण्30 अंकों यानी 5ण्13 फीसदी की गिरावट के साथ 13ए634ण्60 पर बंद हुआ।
इस महीने ऐतिहासिक उंचाई को छूने के बाद सेंसेक्स करीब 4ए000 अंक टूटा है जबकि निफ्टी में 1ए000 अंकों की गिरावट आई है।
आम बजट से पहले बाजार में मुनाफावसूली हावी होने के कारण बिकवाली का भारी दबाव रहा और अब बजट की घोषणाओं से बाजार की दिशा तय होगी। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अगले वित्त वर्ष का आम बजट लोकसभा संसद में पेश करेंगी। निवेशक पहले से ही बजट के इंतजार के मूड में हैं क्योंकि कोरोना महामारी के संकट के बाद यह पहला बजट है और बताया जा रहा है कि यह बजट आर्थिक सुधार की बयार लाने की दिशा में गेम चेंजर साबित होगा।
हितधारकों ने कहाए क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार हमारी बातें जरूर सुनेगी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । केंद्र सरकार मौजूदा बजट सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने और नई आधिकारिक डिजिटल करेंसी के नियमन के लिए प्रस्तावित विधेयक लाने पर विचार कर रही है। इसके मद्देनजर उद्योग जगत से जुड़े हितधारकों ;स्टेकहोल्डर्सद्ध ने उम्मीद जताई है कि इस बाबत कोई भी निर्णय करने से पहले सरकार उनकी बातों पर जरूर गौर करेगी।
संसद के मौजूदा बजट सत्र में सरकार के एजेंडे पर 38 विधेयक हैं। इनमें क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने और नई आधिकारिक डिजिटल करेंसी के नियमन के लिए प्रस्तावित विधेयक भी शामिल हैं। इस सत्र में चार अध्यादेशों की जगह विधेयक लाए जाएंगे। इनमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में व आसपास वायु गुणवत्ता तथा जम्मू.कश्मीर पुनर्गठन ;संशोधनद्ध विधेयकए 2021 शामिल हैं।
साथ हीए डीएनए टेक्नोलॉजी रेगुलेशन विधेयकए वरिष्ठ नागरिकों एवं अभिभावकों की देखभाल से जुड़ा विधेयकए बांध सुरक्षा विधेयक और गर्भपात से जुड़ा विधेयक भी इस सत्र में पेश किया जाएगा।
बहरहालए इस बजट सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिसियल डिजिटल करेंसी बिलए 2021 पेश किया जाएगा। इससे बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी पर प्रतिबंध लगाने और रिजर्व बैंक की ओर से आधिकारिक डिजिटल करेंसी जारी करने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
क्रिप्टोकरेंसी ऐंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिसियल डिजिटल करेंसी बिलए 2021 में देश में सभी डिजिटल करेंसी को प्रतिबंधित करने और आधिकारिक डिजिटल करेंसी के लिए फ्रेमवर्क तैयार करने की बात है।
कॉइनडीसीएक्स के सह.संस्थापक एवं चीफ एग्जिक्यूटिव सुमित गुप्ता ने कहा कि चूंकि सरकार संसद के इसी सत्र में यह बिल लाने पर विचार कर रही हैए इसलिए हमें यह पूरा भरोसा है कि कोई भी फैसला लेने से पहले सरकार सभी हितधारकों की बातों को जरूर सुनेगी।
गौरतलब है कि 2019 में एक सरकारी पैनल ने सभी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने और इनमें लेनदेन करने वालों के लिए 10 साल की जेल व भारी जुर्माने की सिफारिश की थी। पैनल ने रिजर्व बैंक के नियंत्रण में आधिकारिक डिजिटल करेंसी लांच करने का सुझाव भी दिया थाए ताकि अन्य बैंक इसे नोट की तरह इस्तेमाल कर सकें।
हालांकि अभी कई देश क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन पर विचार तो कर रहे हैंए लेकिन अब तक किसी ने भी इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
बहरहालए गुप्ता ने अपने बयान में कहा कि इस सिलसिले में हम अन्य हितधारकों से भी बात कर रहे हैं। इस बाबत हम निश्चित रूप से सरकार से गहन वार्ता करेंगे और यह दिखाने की कोशिश करेंगे कि हम सब मिलकर कैसे एक स्वस्थ इकोसिस्टम तैयार कर सकते हैं।
चिकित्सा उपकरणों के कच्चे माल के आयात पर शुल्क कम हो रू फिक्की
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । व्यापार जगत की संस्था फिक्की ने स्वदेशी विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए चिकित्सा उपकरणों के कच्चे माल के आयात पर शुल्क में कटौती करने की सिफारिश की है।
फिक्की ने उन चिकित्सा उपकरणों के आयात शुल्क में भी कटौती की मांग की है जिनका देश में उत्पादन नहीं होता है।
एक बयान मेंए उद्योग निकाय ने कहा है कि देश में वर्तमान में गुणवत्ता वाले चिकित्सा उपकरणों के उपलब्ध नहीं होने के चलते इन पर बहुत ज्यादा शुल्क नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे स्वास्थ्य सेवा पर असर पड़ेगा और अर्थव्यवस्था पर भी बोझ बढ़ेगा।
फिक्की ने यह भी कहा कि चिकित्सा उपकरणों के बड़े पैमाने पर अपरिहार्य आयात पर स्वास्थ्य उपकर उन रोगियों के स्वास्थ्य संबंधी लागत को बढ़ाता है जो अपने पॉकेट से खर्च करते हैं।
फिक्की ने भारत में चिकित्सा उपकरणों और इसके पुजरें के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए मूल सीमा शुल्क को घटाकर जीरो प्रतिशत करने की सिफारिश की है।
इसने कहाए अर्थव्यवस्था के लिए विकास के इंजन होने के नातेए यह महत्वपूर्ण है कि इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने के प्रयास किए जाएं। यदि हम हाल के दिनों में भारत के निर्यात प्रदर्शन पर नजर डालेंए तो लगातार गिरावट आई है और इसका असर भी व्यापार संतुलन पर पड़ रहा है।
फिक्की के बयान में कहा गया है कि निर्यात मुनाफे के लिए प्रत्यक्ष कर छूट प्रतिस्पर्धी क्षेत्रों को निर्यात करने के लिए निवेश को आकर्षित करेगी और इस क्षेत्र को प्रोत्साहन प्रदान करेगी।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ;एनएचएसआरसीएलद्ध की प्रवक्ता सुषमा गौड़ ने बताया कि दिल्ली में दो हाई स्पीड रेल स्टेशन बनाने के लिए एनएचएसआरसीएल सभी संभावनाओं पर विचार कर रहा है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली.वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए एक स्टेशन सराय काले खां और निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के समीप होगा। यहां से आउटर रिंग रोड के माध्यम से रोड कनेक्टिविटीए पिंक लाइन मेट्रो के माध्यम से मेट्रो कनेक्टिविटीए सराय काले खां आईएसबीटी के माध्यम से इंटर.स्टेट बस कनेक्टिविटी और आरआरटीएस सिस्टम के माध्यम से क्षेत्रीय रेल कनेक्टिविटी की सुविधा सहज ही सुलभ हो पाएगी।
गौरतलब है कि एनएचएसआरसीएल ने 800 किमी लंबी दिल्ली.वाराणसी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए हवाई सर्वे का काम शुरू कर दिया है। सुषमा गौड़ ने बताया कि दिल्ली.वाराणसी मार्ग के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट ;डीपीआरद्ध के पहले प्रारूप को तैयार कर लिया गया है। डीपीआर तैयार करने के लिए जरूरी डेटा कलेक्शन और एरियल सर्वे सहित सभी कार्यो के लिए निविदा प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
एनएचएसआरसीएल ने इस वर्ष 10 जनवरी को दिल्ली.वाराणसी मार्ग के लिए ग्रेटर नोएडा से एरियल सर्वे का काम शुरू कर दिया था। इस काम के लिए प्रस्तावित मार्ग पर सर्वे से सम्बंधित आधुनिक तकनीकों से लैस हेलिकॉप्टर की मदद ली गई।
इस परियोजना से जुड़े एक अन्य अधिकारी ने बताया कि एक हाई.स्पीड रेल स्टेशन प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीकए जबकि दूसरा नोएडा के 148 सेक्टर में बनेगा।
बहरहालए दिल्ली में दूसरे हाई स्पीड रेल के बारे में गौड़ ने बताया कि दिल्ली.अहमदाबाद और दिल्ली.अमृतसर हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए स्टेशन बनाने हेतु द्वारका मेट्रो स्टेशन सेक्टर.21 और बिजवासन रेलवे स्टेशन के समीप विभिन्न स्थलों की तलाश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि यहां स्टेशन बनने से एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन के माध्यम से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा ;आईजीआई एयरपोर्टद्ध व सेंट्रल दिल्लीए ब्लू लाइन मेट्रो लाइन के माध्यम से वेस्ट दिल्लीए सेंट्रल दिल्लीए ईस्ट दिल्लीए नोएडा एवं सेक्टर 25 स्थित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर और गुरुग्राम की कनेक्टिविटी सुगम हो जाएगी।
दिल्ली.अमृतसर.चंडीगढ़ मार्ग 459 किमी लंबा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर हैए जबकि दिल्ली.अहमदाबाद 886 किमी लंबा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर है।
आईसीआईसीआई बैंक का तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 19 फीसदी बढ़ा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 31 जनवरी । निजी ऋणदाता आईसीआईसीआई बैंक ने शनिवार को 31 दिसंबरए 2020 को समाप्त तिमाही के लिए 19 प्रतिशत का शुद्ध लाभ बताया।
तदनुसारए कर के बाद कंपनी का लाभ 31 दिसंबरए 2019 को समाप्त तिमाही में 4ए146 करोड़ रुपये से समीक्षाधीन तिमाही के दौरान बढ़कर 4ए940 करोड़ रुपये हो गया।
ऋणदाता के मुताबिकए इसकी शुद्ध ब्याज आय ;एनआईआईद्ध साल दर साल 16 प्रतिशत बढ़कर 3.2021 में 9ए912 करोड़ रुपये हो गईए जो पिछली तिमाही की इसी तिमाही में 8ए545 करोड़ रुपये थी।
बैंक ने एक बयान में कहाए घरेलू कर्ज में साल दर साल 31 दिसंबरए 2020 में 13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
था।
Leave a reply
You must be logged in to post a comment.