किसानों को अन्नदाता से आगे उद्यमी बनाने का हो रहा प्रयास रू मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अक्टूबर को पूर्व केंद्रीय मंत्री बालासाहेब विखे पाटिल की आत्मकथा का विमोचन किया और कृषि व सहकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सरकार आज किसानों को अन्नदाता की भूमिका से आगे ले जाकर ष्ष्उद्यमीष्ष् बनाने की ओर प्रयास कर रही है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने ष्प्रवर रूरल एजुकेशन सोसाइटीष् का नाम बदलकर श्लोकनेते डॉण् बालासाहेब विखे पाटिल प्रवर रूरल एजुकेशन सोसाइटीश् भी रखा। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस सहित विखे पाटिल परिवार के सदस्य भी शामिल हुए। इस अवसर पर अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि गांवए गरीबए किसान का जीवन आसान बनानाए उनके दुखए उनकी तकलीफ कम करनाए विखे पाटिल के जीवन का मूलमंत्र रहा। मोदी ने कहाए ष्ष्उन्होंने सत्ता और राजनीति के जरिए हमेशा समाज की भलाई का प्रयास किया। उन्होंने हमेशा इसी बात पर बल दिया कि राजनीति को समाज के सार्थक बदलाव का माध्यम कैसे बनाया जाएए गांव और गरीब की समस्याओं का समाधान कैसे हो।ष्ष् पाटिल कई बार लोकसभा के सदस्य रहे और 2016 में 84 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। पूर्व की सरकारों पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद एक ऐसा भी दौर आया जब देश के पास पेट भरने को भी पर्याप्त नहीं था और उस दौर में सरकारों का पूरा जोर उत्पादन बढ़ाने पर रहा। उन्होंने कहाए ष्ष्उत्पादकता की चिंता में सरकारों का ध्यान किसानों के फायदे की ओर गया ही नहीं। उसकी आमदनी लोग भूल ही गए। लेकिन पहली बार इस सोच को बदला गया है। देश ने पहली बार किसान की आय की चिंता की है और उसकी आय बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किया है।ष्ष् उन्होंने कहा कि चाहे वह न्यूनतम समर्थन मूल्य ;एमएसपीद्ध को लागू करने की बात हो या उसे बढ़ाने का फैसलाए यूरिया की नीम कोटिंग हो या बेहतर फसल बीमाए सरकार ने किसानों की हर छोटी.छोटी परेशानियों को दूर करने की कोशिश की है। उन्होंने कहाए ष्ष्आज खेती कोए किसान को अन्नदाता की भूमिका से आगे बढ़ाते हुएए उसको उद्यमी बनाने की तरफ ले जाने के लिए अवसर तैयार किए जा रहे हैं। कोल्ड चैनए मेगा फ़ूड पार्क और एग्रो प्रोसेसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी अभूतपूर्व काम हुआ है। गांव के हाटों से लेकर बड़ी मंडियों के आधुनिकीकरण से भी किसानों को लाभ होने वाला है।ष्ष् मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत महाराष्ट्र में बरसों से लटकी 26 परियोजनाओं को पूरा करने के लिए तेजी से काम किया गया। उन्होंने कहाए ष्ष्इनमें से 9 योजनाएं अब तक पूरी हो चुकी हैं। इनके पूरा होने से करीब.करीब 5 लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचाई की सुविधा मिली है।ष्ष् उल्लेखनीय है कि ष्प्रवर रूरल एजुकेशन सोसाइटीष् की स्थापना 1964 में अहमदनगर जिले के लोनी में की गई थी। इसका मकसद ग्रामीण जनता को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करना और बालिकाओं को सशक्त बनाना था। यह संस्था छात्रों के शैक्षिकए सामाजिकए आर्थिकए सांस्कृतिकए शारीरिक और मनोवैज्ञानिक विकास के मुख्य मिशन के साथ काम कर रही है।
कोविड.19 संक्रमण के जोखिम में उम्र का योगदान नहीं रू अध्ययन
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । एक नए अध्ययन में पाया गया कि किसी व्यक्ति की उम्र से यह तय नहीं किया जा सकता कि कोविड.19 के लिए जिम्मेदार सार्स.सीओवी.2 से उसके संक्रमित होने की कितनी आशंका हैए लेकिन उसके लक्षणों का विकासए बीमारी की तीव्रता और मृत्यु.दर बहुत कुछ उम्र पर निर्भर है। अध्ययन में दिखाया गया है कि बुजुर्ग लोगों में कोविड.19 के गंभीर लक्षण ज्यादा विकसित होते हैं और उनमें मृत्युदर ज्यादा होती है। वैज्ञानिकों ने इसके लिए जापानए स्पेन और इटली के उपलब्ध आंकड़ों का इस्तेमाल किया और दिखाया कि कोविड.19 से ग्रस्त होने की आशंका का उम्र से कोई लेना देना नहीं है जबकि कोविड.19 के लक्षणए तीव्रता और मृत्युदर उम्र पर निर्भर करती हैं। ष्साइंटिफिक रिपोर्ट्सष् नाम के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक बुजुर्ग लोगों की मृत्यु के पीछे दो कारक हो सकते है। पहलाए अपनी बढ़ी उम्र के कारण उनके संक्रमित होने की आशंका कितनी हैए जो कई मामलों में नजर आई है और दूसराए बीमारी के गंभीर स्वरूप से उनके प्रभावित होने की संभावना कितनी है जो मृत्युदर में परिलक्षित है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि कोविड.19 के लिये इन कारकों को पूरी तरह से नहीं समझा गया है। उन्होंने इटलीए स्पेन और जापान के आंकड़ों का इस्तेमाल उम्रए सुग्राह्यता और तीव्रता के बीच किसी संबंध के निर्धारण के लिये किया क्योंकि इन देशों में आंकड़े अच्छी तरह से दर्ज और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि मई 2020 में मृत्युदर . प्रति एक लाख लोगों पर मौत की संख्या.इटली के लिए 382ण्3ए स्पेन के लिए 507ण्2 और जापान के लिए 13ण्2 थी। उन्होंने कहा कि मृत्युदर में व्यापक असमानता के बावजूदए मृत्युदर में उम्र वितरण . प्रति आयुवर्ग मौत की आनुपातिक संख्या . इन देशों के लिये समान थी। अनुसंधानकर्ताओं ने अलग.अलग स्थितियों में प्रत्येक आयुवर्ग के लिये सुग्राह्यता की गणना के लिये एक गणितीय मॉडल विकसित किया।
ईपीएफओ ने शिकायतों के समाधान के लिये शुरू की व्हाट्सऐप हेल्पलाइन सेवा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ;ईपीएफओद्ध ने अपने अंशधारकों की शिकायतों के त्वरित समाधान को लेकर व्हाट्सऐप हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। श्रम मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि यह सुविधा ईपीएफओ के शिकायतों के समाधान के लिये अन्य मंचों के अलावा है। इन मंचों में ईपीएफआईजीएमएस पोर्टल ;ईपीएफओ के ऑनलाइन शिकायत समाधान पोर्टलद्धए सीपीजीआरएएमएसए सोशल मीडिया मंच ;फेसबुक और ट्विटरद्ध और 24 घंटे काम करने वाला कॉल सेंटर शामिल हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहाए ष्ष्ईपीएफओ ने अपने सदस्यों के जीवन को और ज्यादा सुगम बनाने के लिए व्हाट्सऐप आधारित हेल्पलाइन.सह.शिकायत निवारण प्रणाली की शुरुआत की है। निर्बाध पहल की श्रृंखला के अंतर्गत उठाये गये इस कदम का मकसद अंशधारकों को कोविड.19 महामारी के दौरान निर्बाध और बिना व्यवधान के सेवाओं डिलिवरी सुनिश्चित करना है।ष्ष् इस पहल के माध्यम से पीएफ अंशधारक व्यक्तिगत स्तर पर ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ सीधे बातचीत कर सकते हैं। अब ईपीएफओ के सभी 138 क्षेत्रीय कार्यालयों में व्हाट्सऐप हेल्पलाइन सेवाएं शुरू हो चुकी है। कोई भी संबंधित पक्ष जहां पर उनका पीएफ खाता हैए उस संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय के हेल्पलाइन नंबर पर व्हाट्सऐप संदेश के माध्यम सेए ईपीएफओ से जुड़ी सेवाओं को लेकर किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज कर सकता है। सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। ईपीएफओ के इस हेल्पलाइन का उद्देश्यए डिजिटल पहल को अपनाते हुए अंशधारकों को आत्मनिर्भर बनाना है और बिचौलियों पर उनकी निर्भरता को समाप्त करना है। शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए और व्हाट्सऐप पर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर सुनिश्चित करने के लिएए प्रत्येक क्षेत्रीय कार्यालय में विशेषज्ञों की एक अलग टीम बनायी गयी है। इस हेल्पलाइन की शुरूआत के साथ यह काफी लोकप्रिय हो चुका है। अब तक ईपीएफओ ने व्हाट्सऐप के माध्यम से 1ए64ए040 से ज्यादा शिकायतों और सवालों का समाधान किया है। व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर जारी होने के बाद फेसबुकध्ट्विटर जैसे सोशल मीडिया माध्यमों पर शिकायतोंध्प्रश्नों में 30 प्रतिशत की कमी और ईपीएफआईजीएमएस पोर्टल ;ईपीएफओ के ऑनलाइन शिकायत समाधान पोर्टलद्ध पर 16 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
नकली पेपर तैयार करवाकर बैंक से लोन लेकर ठगी करने वाले दो बदमाश गिरफ्तार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । डीडीए फ्लैट किराए पर लेकर बाद में उनके नकली पेपर तैयार करवाकर बैंक से लोन लेकर ठगी करने वाले गैंग के दो बदमाशों को अपराध शाखा ने दबोचा है। आरोपियों की पहचान सेक्टर.23ए सोनीपतए हरियाणा निवासी सतीश कुमार उर्फ अनिल जैन उर्फ सुमित सिन्हाए राजेश कुमार सिंह ;54द्ध और दिल्ली निवासी मुकेश जुनेजा ;40द्ध के रूप में हुई है। आरोपियों ने दिल्ली में दर्जनों बैंक से करोड़ों रुपये ठगे हैं। पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है। अपराध शाखा की पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि पीड़ित राजेश कुमार ने शाहबाद डेयरी थाने में ठगी की शिकायत दी थी। अपनी शिकायत में राजेश कुमार ने बताया था कि वर्ष 2015 में अनिल जैन नामक शख्स ने पॉकेट.6 स्थित उनका फ्लैट किराए पर लिया था। अगले छह माह बाद अनिल ने फ्लैट को खाली कर दिया। इस बीच उन्हें पता चला कि अनिल जैन ने उनके फ्लैट के फर्जी पेपर तैयार कर 66 लाख रुपये का लोन ले लिया था। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। बाद में मामला अपराध शाखा को ट्रांसफर हो गया। एसीपी संदीप लांबा और इंस्पेक्टर नीरज चौधरी की टीम ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान टीम ने आरोपी अनिल जैन उर्फ सतीश कुमार की लोकेशन का पता किया। शनिवार को एक सूचना के बाद सतीश कुमार उर्फ अनिल जैन को हरियाणा के सोनीपत से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह अपने सहयोगी मुकेश कुमार के साथ मिलकर ठगी की वारदात को अंजाम देता है। सतीश से पूछताछ के बाद पुलिस की टीम ने रोहिणी इलाके से मुकेश कुमार को भी दबोच लिया। आरोपियों ने बताया कि वह पहले डीडीए फ्लैट किराए पर लेते थे। इसके बाद उसके फर्जी पेपर के आधार पर निजी बैंक से लोन ले लिया जाता था। लोन लेने के बाद आरोपी वहां से फरार हो जाते थे। आरोपियों ने खुलासा किया है कि वह दर्जनों वारदातों में शामिल रहे हैं।
कृषि बिल के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ीए प्रदेश उपाध्यक्ष बरखा सिंह एवं दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष योगिता सिंह ने हिस्सा लिया
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । कृषि बिल के समर्थन में नजफगढ़ ज़िले के खैरा गांव में नजफगढ़ ज़िला महिला मोर्चा द्वारा आयोजित महिला सम्मेलन में दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ीए प्रदेश उपाध्यक्ष मती बरखा सिंह एवं दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष मती योगिता सिंह ने शिरकत की। महिला सम्मेलन का आयोजन नजफगढ़ जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष मती प्रेमलता गौड़ की अध्यक्षता में किया गया। इस कार्यक्रम में महिला मोर्चा प्रभारी मती विशाखा शैलानीए महिला मोर्चा उपाध्यक्ष मती पुष्पा राजपूतए दिल्ली भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ अध्यक्ष अमित खड़खड़ीए जिलाध्यक्ष विजय सोलंकीए निगम पार्षद मती मीना तरुण यादवए नजफगढ़ विधानसभा संयोजिक मती वेदवती यादवए मंडल अध्यक्ष विजेंद्र चैहानए मती सुनीता डबासए राज शर्माए मती राजबाला हुडाए मुनेश यादव मती शशिबाला मेहताए मती राजवतीए मती अंजू बालाए मती कविता भार्गव सहित बड़ी संख्या में किसान परिवार की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने उपस्थित लोगों को कृषि बिल के बारे में विस्तृत जानकारी दी और दिल्ली की निकम्मी व किसान विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का अनुरोध किया। क्योंकि अब किसानों के साथ हो हुए अन्यायए शोषण से उन्हें आजादी दिलाने के लिए हमें मिलकर किसानों के हित में फैसले लेने वाली मोदी सरकार का साथ देना होगा। किसान समृद्ध और सशक्त होंगे तभी देश आत्मनिर्भर और मजबूत होगा। मती योगिता सिंह ने कहा कि हमारे किसान भाई.बहन बिचैलियों द्वारा फैलाए गए मकड़जाल में जकड़े हुए हैं और बिचैलिए उनका शोषण करते हैं जिसके कारण किसानों को अपनी फसल का सही दाम नहीं मिल पाता है। कृषि बिलों के माध्यम से किसानों को पूरा अधिकार होगा कि वह अपनी फसल को कितने दामों में और किसे बेचना चाहता हैंए अब उन्हें बिचैलियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इससे किसान अपनी आय को दोगुना करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे और उनका विकास होगा जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में 21वीं सदी का किसान बंधनमुक्त होकर आजादी के साथ खेती करेगा और भारत को सुदृढ़ बनाएगा।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा ष्स्वच्छ भारत अभियानष् विषय पर हिन्दी संगोष्ठी का आयोजन
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा आज उद्योग सदन स्थित निगम मुख्यालय में ष्स्वच्छ भारत मिशनष् विषय पर हिन्दी संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में निगम कर्मचारियों द्वारा कहानी वाचन और कविता पाठ का वाचन किया गया। साथ ही निगम कर्मचारियों के बीच सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपर आयुक्तए प्रशांत कुमार पांडाए अतिरिक्त उपायुक्तए राजभाषाए के डी वर्माए अतिरिक्त निदेशकए शिक्षाए डॉण् सीमा शर्माए उपलेखा नियंत्रकए पीण्डी हरि प्रसादए राजभाषा विभाग से सु शोभा अरोड़ा भी मौजूद थे। अपर आयुक्तए प्रशांत कुमार पांडा ने बताया कि हिंदी भाषा के प्रचार.प्रसार के लिए पूर्वी निगम के राजभाषा अनुभाग द्वारा विभिन्न सकारात्मक कार्य किये जा रहे हैं। मातृभाषा की आवश्यकता तथा उसके महत्व को समझने के लिए पूर्वी निगम द्वारा हिन्दी संगोष्ठी का आयोजन किया जाता है लेकिन कोरोना संकट की वजह से पिछले कुछ महिनों से यह आयोजन नहीं हो पाया था। लेकिन अब हमारा प्रयास रहेगा कि प्रतिमाह हिन्दी संगोष्ठी का आयोजन किया जाए। कार्यक्रम में कविता एवं कहानी पाठन के लिए प्रथम तथा द्वितीय विजेता को पुरस्कार स्वरूप किताबों का संग्रह देकर सम्मानित किया गया। साथ ही सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में विजेता टीम को 500 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।
सरकार ने दूरदराज की ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोडने का काम ह्यूजेज को सौंपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । सरकार ने भारतनेट परियोजना के तहत सीमा क्षेत्रों और नक्सल प्रभावित राज्यों तथा द्वीपीय क्षेत्रों की 5ए000 ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ने के लिए ह्यूजेज कम्युनिकेशंस का चयन का किया है। इन ग्राम पंचायतों को मार्चए 2021 तक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाएगा। ह्यूजेज कम्युनिकेशंस ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि ये 5ए000 ग्राम पंचायतें पूर्वोत्तर राज्यों मसलन मणिपुरए मेघालयए त्रिपुराए मिजोरमए अरुणाचल प्रदेश के अलावा पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी तथा अंडमान एवं निकोबार और लक्षद्वीप में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में फाइबर या केबल संपर्क का अभाव है। भारतनेट नेटवर्कए भारत ब्रॉडबैंड निगम लिण् ;बीबीएनएलद्ध ने तैयार किया है। इसके तहत देश की सभी ग्राम पंचायतों के नागरिकों और संस्थानों को द्रुत गति के ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जाएगां। बीबीएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सर्वेश सिंह ने कहाए ष्ष्हम दूरदराज के क्षेत्रों तथा कठिन स्थलों पर स्थित ग्राम पंचायतों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड से जोड़ने के लिए टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिण् ;टीसीआईएलद्ध तथा ह्यूजेज के साथ भागीदारी कर काफी खुश हैं।ष्ष् ह्यूजेज के प्रवक्ता ने कहा कि इस परियोजना के तहत नक्सली हिंसा प्रभावित राज्यों छत्तीसगढ़ और झारखंड की ग्राम पंचायतों को भी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। करार के तहत ह्यूजेज इंडिया इसरो की जीसैट.19 और जीसैट.11 सैटेलाइट की क्षमता का ह्यूजेज ज्यूपिटर प्रणाली के साथ इस्तेमाल कर प्रत्येक ग्राम पंचायत को इंटरनेट सेवा से जोड़ेगी। सरकार का अगस्तए 2021 तक सभी 2ण्5 लाख ग्राम पंचायतों को द्रुत गति की ब्रॉडबैंड सेवा से जोड़ने का लक्ष्य है।
इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग ग्रिड लगाने का पहला चरण साल के अंत तक पूरा होगा रू अथर एनर्जी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्टअप कंपनी अथर एनर्जी ने कहा है कि उसकी 135 गंतव्यों पर चार्जिंग ग्रिड लगाने की योजना का पहला चरण इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। कंपनी ने मंगलवार को बयान में कहा कि उसकी 2022 तक देशभर में 6ए500 वाहन चार्जिंग पॉइंट लगाने की योजना है। हीरो मोटोकॉर्प समर्थित बिजली चालित वाहन क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनी के फिलहाल अखिल भारतीय स्तर पर 150 तेज चार्जिंग स्टेशन हैं। इनमें से 37 चार्जिंग स्टेशन बेंगलुरु में और 13 चेन्नई में है। कंपनी ने कहा कि इन चार्जिंग नेटवर्क का इस्तेमाल सभी इलेक्ट्रिक दोपहिया और इलेक्ट्रिक कारों की चार्जिंग के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा इससे अथर के 450 एक्स स्कूटर को 10 मिनट चार्ज करने के बाद 15 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। अथर एनर्जी के मुख्य कारोबार अधिकारी रवनीत सिंह फोकेला ने कहाए ष्ष्बेंगलुरु और चेन्नई में ग्रिड को सुगमता से अपनाया गया है। हमारा मानना है कि जिस भी बाजार में हम अपने उत्पाद पेश कर रहे हैं वहां आसान पहुंच वाला चार्जिंग ढांचा होना सबसे महत्वपूर्ण है।ष्ष्
भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए कई मोर्चों पर काम कर रही है सरकार रू अमिताभ कांत
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ;सीईओद्ध अमिताभ कांत ने कहा है कि सरकार भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए कई मोर्चों पर काम कर रही है। कांत ने मंगलवार को उद्योग मंडल फिक्की के एक आभासी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार विशेष रूप से निर्यात पर ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहन देने को उत्पादन से संबंधित प्रोत्साहन ;पीएलआईद्ध योजना का विस्तार अधिक क्षेत्रों तक करने के लिए अपनी योजनाओं को अंतिम रूप दे रही है। कांत ने कहाए ष्ष्सरकार भारत को एक वास्तविक विनिर्माण केंद्र के रूप में पेश करने के लिए कई मोर्चों पर काम कर रही है। इसमें विशेष रूप निर्यात पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत का मतलब खुद को अलग.थलग करना नहींए बल्कि वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ गहराई से एकीकरण और देश की विनिर्माण ताकत का इस्तेमाल कर प्रमुख वैश्विक निर्यातक बनना है।ष्ष् कांत ने कहा कि निवेश और नवोन्मेषण से भारत में विनिर्माण बढ़ेगा। ष्देश और कंपनियां अपनी विनिर्माण रणनीतियों का नए सिरे से आकलन कर रही हैंए जो देश की वृद्धि में योगदान का एक नया मार्ग हो सकता है।ष्ष् उन्होंने कहा कि मोबाइल और चुनिंदा इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए पीएलआई योजना से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह के रोजगार का लाभ मिला है। उन्होंने कहाए ष्ष्22 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विनिर्माता कंपनियों ने अगले पांच साल के दौरान 11 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल फोन उत्पादन के प्रस्ताव दिए हैं। इन कंपनियों में आईफोन कंपनी एप्पल के लिए अनुबंध पर विनिर्माण करने वाली कंपनी के अलावा सैमसंगए लावा और डिक्सन शामिल हैं।ष्ष् नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि मोबाइल विनिर्माण के साथ इसी तरह की योजनाएं फार्मास्युटिकल्स और चिकित्सा उपकरण क्षेत्रों में भी शुरू की गई हैं। अब हम वाहनए नेटवर्किंग उत्पादए खाद्य प्रसंस्करणऔर सौर पीवी विनिर्माण जैसे क्षेत्रों के लिए भी योजनाओं को अंतिम रूप दे रहे हैं। सरकार ने बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए पीएलआई योजना को अधिसूचित किया है। कांत ने कहा कि भारत अपनी मजबूती वाले क्षेत्रों में वैश्विक विनिर्माण चैंपियनों को आगे लाने की मंशा रखता है। उन्होंने कहा कि 2025 तक विनिर्माण के जरिये मोबाइलए इलेक्ट्रॉनिक्सए फार्मास्युटिकल्सए कपड़ाए इंजीनियरिंग सामान और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र देश के निर्यात लक्ष्य की अगुवाई करेंगे।
उप्र में आलू चिप्स के प्लांट लगाएगी पेप्सिको
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के क्षेत्र में विकास की गति को तेजी मिल सकती है। दरअसल पेप्सिको ने मथुरा में आलू के चिप्स के उत्पादन के लिए 814 करोड़ रुपये की प्रोजेक्ट की घोषणा की है। यूनिट की स्थापना जिले के कोसी क्षेत्र में की जाएगी और साल 2021 के मध्य तक कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा। मथुरा जिले के कोसी क्षेत्र में प्लांट की स्थापना 35 एकड़ भूमि पर की जा रही है। जमीन यूपी राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ;यूपीएसआईडीएद्ध द्वारा उपलब्ध कराई गई है। कंपनी स्थानीय स्रोतों से आलूए उसके कच्चे माल एकत्र करेगीए जिससे स्थानीय किसानों को मदद मिलेगी। तैयार होने के बाद प्लांट करीब 1ए500 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करेगा। उप्र के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि यह प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उद्योग समर्थक नीतियों का प्रतिफल है। उन्होंने आगे कहाए ऐसी नीतियांए जिनके तहत सरकार ने व्यापार करने में आसानी के लिए व्यावसायिक सुधार किए हैंए उनसे उप्र निवेश के लिए एक अत्यधिक आकर्षक राज्य बना है। इसका परिणाम यह है कि पेप्सिको जैसी कई कंपनियों ने उप्र सरकार में विश्वास दिखाया है और राज्य में निवेश को लेकर वे आशावादी हैं। पेप्सिको इंडिया के अध्यक्ष अहमद अल शेख ने कहा किए शुरुआत में इस परियोजना में 500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई गई थीए जिसके लिए कंपनी ने 2018 इन्वेस्टर्स समिट के दौरान यूपी सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। हालांकिए इसे संशोधित कर 814 करोड़ रुपये कर दिया गया। इंफ्रास्ट्रक्च र एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर आलोक टंडन ने कहा कि जुलाई 2019 में आयोजित भूमिपूजन समारोह के साथ प्रोजेक्ट शुरू हुआ। उन्होंने कहाए सरकार ने एमओयू ट्रैकिंगए भूमि आवंटन और श्रम संबंधी सुधारों की एक व्यापक कवायद शुरू की हैए क्योंकि उप्र में एक पारदर्शी निवेश प्रणाली स्थापित की जा रही है। साल 1990 के बाद से पेप्सिको फ्रेंचाइजी के माध्यम से उप्र में काबोर्नेटेड शीतल पेय पदार्थ और गैर.काबोर्नेटेड पेय पदार्थ का उत्पादन किया जा रहा है। ये यूनिट ग्रेटर नोएडाए कोसीए सथरिया.जौनपुरए कानपुर देहात और हरदोई में स्थापित हैं। यह पहली बार है जब कंपनी यूपी में ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट स्थापित कर रही है।
वीडियो मैसेजिंग के जरिए अपने फैंस तक पहुंचेगा ष्छोटा भीमष्
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 14 अक्टूबर । भारत का नम्बर.1 एनिमेशन कैरेक्टर छोटा भीम अब पर्सनल वीडियो मैसेजिंग के माध्यम से अपने करोड़ों चाहने वालों तक पहुंच सकेगा। छोटा भीम को वीडियो मैसेजिंग के जरिए फैन्स तक पहुंचाने के लिए सेलीब्रिटी कॉमर्स के क्षेत्र में एशिया के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म.गोनट्स ने छोटा भीम को क्रिएट करने वाले ग्रीन गोल्ड एनिमेशन के साथ करार किया है। ग्रीन गोल्ड एनिमेशन को भारत में ओरीजिनल एनिमेशन कंटेट क्रिएट करने के लिए जाना जाता है। ग्रीन गोल्ड एनिमेशन लगभग एक दशक से अपने एनिमेटेड कंटेट के माध्यम से लोगों का मनोरंजन कर रहा है। इस साझेदारी के तहत भारत के सबसे पसंदीदा एनिमेशन करैक्टर छोटा भीम एक्सक्लूसिव तौर पर गोनट्स पर दिखेंगे और इससे गोनट्स के यूजर्स को छोटा भीम के साथ एंगेज होने का मौका मिल सकेगा। यूजर्स छोटा भीम से अलग.अलग तरह के मैसेजेज का रिक्वेस्ट कर सकते हैंए जिनमें बर्थडे से लेकर एनिवर्सरी और पूरे परिवार के लिए फेस्टिव ग्रीटिंग्स के अलावा और भी बहुत कुछ शामिल है। इस साझेदारी के साथ गोनट्स पर्सनलाइज्ड वीडियो मैसेजिंग के क्षेत्र में एक इनोवेशन लाना चाहता है। इस ऑफरिंग के तहत ग्रीन गोल्ड एनिमेशन के एंटरटेनमेंट ऑफरिंग्स भी मिलेंगे और इससे यूजर्स को एक नए तरह का अनुभव प्राप्त होगा। गोनट्स का पोर्टफोलियो काफी व्यापक है। इस प्लेटफार्म पर फिल्मए टेलीविजनए खेल एवं संगीत के अलावा दूसरे फील्ड्स के 700 से अधिक सेलीब्रिटीज हैं। इससे यूजर्स को अपने खास लोगों के लिए खास पलों पर पर्सनलाइज्ड मैसेजेज देने की आजादी मिलती है। इस प्लेटफार्म पर शामिल प्रमुख सेलीब्रिटीज में शानए शंकर महादेवनए कैलाश खेरए तलत अजीजए शिबानी कश्यपए देबू रतानीए शिवमनीए अंकित बाथलाए शिविन नारंगए जोंटी रोड्सए लांस क्लूजनरए रनवीर बरार और विकी राजानी शामिल हैं।
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