राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार I 09 फरवरी को विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए भावुक हो गए
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार I 09 फरवरी को विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए भावुक हो गए
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार ए 09 फरवरी को विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए भावुक हो गए। गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद का उच्च सदन में कार्यकाल पूर्ण हो रहा है और उन्हें आज विदायी दी गई। मोदी ने उन्हें एक बेहतरीन मित्र बताते हुए कहा ष्ष्सदन के अगले नेता प्रतिपक्ष को आजाद द्वारा स्थापित मानकों को पूरा करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। आजाद ने अपने दल की चिंता जिस तरह कीए उसी तरह उन्होंने सदन की और देश की भी चिंता की।ष्ष् उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के पद पर रहते हुए आजाद ने कभी दबदबा स्थापित करने का प्रयास नहीं किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब आजाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री थे। उन दिनों कश्मीर में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ और कुछ पर्यटक मारे गए थे। इनमें गुजरात के पर्यटक भी थे। मोदी ने कहा ष्ष्तब सबसे पहलेए गुलाम नबी आजाद ने फोन कर उन्हें सूचना दी और उनके आंसू रुक नहीं रहे थे। मैंने तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी से पर्यटकों के पार्थिव शरीर लाने के लिए सेना का हवाई जहाज उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जो उन्होंने स्वीकार कर लिया। रात को पुनरू आजाद ने फोन किया। यह फोन उन्होंने हवाईअड्डे से किया और उनकी चिंता उसी तरह थी जिस तरह लोग अपने परिवार की चिंता करते हैं।ष्ष् यह बोलते हुए प्रधानमंत्री का गला रुंध गया। मोदी ने कहा ष्ष्मेरे लिए बहुत भावुक पल था। अगले दिन सुबह पुनरू आजाद का फोन आया और उन्होंने पूछा कि मोदी जीए क्या सभी पहुंच गए।ष्ष् उन्होंने कहा ष्ष्एक मित्र के रूप में घटनाओं और अनुभव को देखते हुए मैं आजाद का बहुत आदर करता हूं।ष्ष् प्रधानमंत्री ने कुछ यादें साझा करते हुए कहा कि जब वह कोविड.19 महामारी पर सदन में विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक बुलाने पर विचार कर रहे थे तब आजाद ने फोन कर उन्हें सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाने का सुझाव दिया था। मोदी ने कहाए ष्ष्मैंने वह सुझाव माना और वह सुझाव उपयोगी रहा।ष्ष् आजाद के बारे में मोदी ने कहा ष्ष्आजाद को सत्ता पक्ष में रहने का और विपक्ष में रहने का गहरा और लंबा अनुभव है। 28 साल का कार्यकाल ण्ण्ण् बड़ी उपलब्धि होता है।ष्ष् उन्होंने कहा कि बहुत पहले एक बार संसद भवन में लॉबी में वह आजाद से बात कर रहे थे। वहां से निकलने पर पत्रकारों के सवाल पूछने पर आजाद ने कहा था ष्ष्टीवी पर ए अखबारों में आप हमें लड़ते झगड़ते देखते हैं। लेकिन यहां हम सबके बीच एक परिवार की तरह वातावरण होता है।ष्ष् मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा ष्ष् अपने सरकारी बंगले को आजाद ने बहुत प्यार से संवारा और उनका बगीचा देख कर वहां कश्मीर की याद आ जाती है। उन्होंने वहां एक कश्मीर बना रखा है। स्पर्धा में उनका बंगला पहले नंबर पर आ जाता है। ष्ष् दोनों सदनों में आजाद के लंबे कार्यकाल का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सौम्यताए विनम्रता और देश के लिए कुछ कर गुजरने की कामना प्रशंसनीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजाद की यह प्रतिबद्धता उन्हें आगे भी चैन से नहीं बैठने देगी और उनके अनुभवों से देश लाभान्वित होता रहेगा। सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सदन में उन्हें आजाद की कमी खलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि वह जल्द ही सदन में वापस लौटेंगे। आजाद के साथ ही भाजपा के शमशेर सिंह मन्हासए और पीडीपी के मीर मोहम्मद फ़ैयाज तथा नजीर अहमद लवाय का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। आजाद और नजीर अहमद का कार्यकाल 15 फरवरी को और मन्हास तथा मीर फयाज का कार्यकाल 10 फरवरी को पूरा हो रहा है। प्रधानमंत्री ने मीर मोहम्मद फयाजए नजीर अहमद लवाय का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें इन दोनों सदस्यों के साथ बातचीत में कश्मीर के अनेक पहलुओं के बारे में जानकारी मिलती थी। उन्होंने कहा कि इन सदस्यों के साथ उनका व्यक्तिगत तौर पर नाता रहा। उन्होंने भरोसा जताया कि इन दोनों सदस्यों की प्रतिबद्धता देश के लिएए खास कर जम्मू कश्मीर के लिए बेहद उपयोगी रहेगी। शमशेर सिंह का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह और शमशेर सिंह दोनों ही संगठन में थे अतरू उनका साथ लंबा रहा। उन्होंने कहा कि सदन में शमशेर सिंह की उपस्थिति 96 फीसदी है जो बताती है कि उन्होंने जनता द्वारा दिए गए दायित्व को निभाने का पूरा प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के इन चारों सदस्यों का यह कार्यकाल उनके जीवन के बेहतरीन कार्यकाल में से है।
समाज के सबसे आखिरी व्यक्ति को समर्पित है यह जन रसोई-गौतम गंभीर
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली प्रदेश के प्रभारी बैजयंत जय पांडा ने आज भाजपा सांसद गौतम गंभीर द्वारा शुरु किए गए “एक आशा“ जन रसोई का उद्घाटन किया। सांसद गौतम गंभीर द्वारा यह कदम प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी के विज़न “कोई भूखा न सोये“ पर आधारित है। जन रसोई मयूर विहार के न्यू अशोक नगर में शुरू हुई है। उद्घाटन के इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा, दिनेश प्रताप सिंह, सह-प्रभारी लता गुप्ता, शहादरा जिला अध्यक्ष राम किशोर शर्मा सहित प्रदेश, ज़िला और मंडल के पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मयूर विहार जिला अध्यक्ष विनोद बछेती ने किया।
दिल्ली की दूसरी जन रसोई के उदघाटन मौके पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी बैजयंत जय पांडा ने कहा कि खाना और सूखे राशन के रुप में जिस तरह से कोरोना काल में पूरे 22 करोड़ भारतीयों की सहायता की गई, वह सब जानते हैं। उन्होंने गौतम गंभीर को इस समाजिक कार्य के लिए बधाई देते हुए कहा कि भाजपा में हमेशा से जन सेवा की भावना रही है। इस योजना से हर रोज दिल्ली के लगभग 1100 गरीब और मजदूर भाईयों-बहनों को मात्र एक रुपया में भर पेट भोजन कराया जाएगा। श्री पांडा ने कहा कि कोरोना काल में भाजपा के नेतृत्व पर कई सारे सवाल खड़े किए गए थे। विपक्ष ये कहने लगा कि कोरोना को रोकने के लिए केंद्र सरकार के पास कोई ठोस कदम नहीं है लेकिन आज भारत न सिर्फ कोरोना मुक्त होने जा रहा है बल्कि हम पीपीई किट और वेंटिलेटर के सबसे ज्यादा उत्पादन में विश्व के दूसरे देश बन गए हैं। उन्होंने कहा कि जन रसोई योजना सिर्फ दिल्ली के लिए ही नहीं, पूरे भारत के लिए गर्व की बात है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने जो भी वादे किए उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई। चाहे वो दिल्ली के प्रदूषण को खत्म करना हो या फिर यमुना नदी को साफ करना, लेकिन लोकप्रिय सांसद गौतम गंभीर ने एंटी स्मोक टॉवर लगाने का काम किया है। हमारी पार्टी और कार्यकर्ता का एक ही उद्देश्य है गरीब, मजदूर जरुरतमंद वर्ग की मदद करना और हम वह कर रहे हैं। राजनीति में आकर जो स्वार्थ सिद्ध करना चाहता है, उसके लिए भाजपा में कोई जगह नहीं है। एक सामान्य और गरीब कार्यकर्ता, जो झुग्गी में रहने वाला है और पिछले 30 सालों से पार्टी की सेवा कर रहा है, उसे भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया है। इसलिए सेवा की भावना रखने वाला ही भाजपा का प्रत्याशी बनेगा, यही हमारा लक्ष्य है।
सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि दिल्ली में पहली रसोई गांधी नगर में गत वर्ष 24 दिसम्बर को खोली गयी थी। जहाँ प्रतिदिन 1 हजार लोग पौष्टिक भोजन केवल 1 रूपए में प्राप्त कर पा रहे हैं। पहली जन रसोई की सफलता को देखते हुए ही अब दूसरी जन रसोई खोली गई है। इसके अलावा तीन और स्थानों पर भी जल्दी ही खोली जाएगी। जहां आप और हम सब मिलकर खाना खा सकते हैं। मैंने वादा किया था कि जितनी ईमानदारी से क्रिकेट खेली थी, उतनी ही ईमानदारी से राजनीति भी करुंगा। मेरी नियत साफ है और मैं ऐसे ही दिल्ली की जनता के लिए काम करता रहूंगा।
राजनाथ की अपील के बाद लोस में गतिरोध टूटाए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। तीन नये विवादित कृषि कानूनों को लेकर लोकसभा में पिछले सप्ताह से जारी गतिरोध का 08 फरवरी को समाधान तब निकल पाया जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी सदस्यों से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेने की अपील करते हुए सदन में कहा कि जीवंत लोकतंत्र की परंपरा को बनाए रखना किसी एक पार्टी की जिम्मेदारी नहीं हैए बल्कि सबकी जिम्मेदारी है। शाम पांच बजे निचले सदन में आवश्यक कागजात सभापटल पर रखे जाने के बाद सदन के उपनेता राजनाथ सिंह ने बयान दिया। इससे पहले विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही सोमवार को आरंभ होने के करीब 10 मिनट बाद शाम पांच बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। राजनाथ ने कहाए ष्ष्स्वस्थ लोकतंत्र में जीवंत परंपरा को बनाए रखना किसी एक पार्टी की जिम्मेदारी नहीं हैए बल्कि सबकी जिम्मेदारी है। सभी इस स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा को बनाये भी रखना चाहते हैं।ष्ष् उन्होंने कहा कि राष्ट्रपतिए उपराष्ट्रपति जैसे पदण्ण्ण्ण्कोई व्यक्ति नहीं होते हैंए ये संस्था होते हैं। इन संस्थाओं की गरिमा को बनाये रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। लोकसभा के उपनेता ने कहा कि राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुईए प्रधानमंत्री ने जवाब दिया और उच्च सदन ने राष्ट्रपति के प्रति आभार प्रकट किया। राजनाथ सिंह ने लोकसभा में सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि वे स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपराओं के अनुरूप राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा आरंभ करें और राष्ट्रपति जी को कृतज्ञता ज्ञापित करें। उन्होंने कहाए ष्ष्मैं सभी दलों के सदस्यों से हाथ जोड़कर विनम्रतापूर्वक आग्रह करता हूं कि इस परंपरा को टूटने न दें। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी चाहिए।ष्ष् सिंह ने कहा कि जिस विषय पर बोलना चाहते हैंए उस विषय पर चर्चा के दौरान बोलेंए खुल कर बोलें। कृषि कानूनों पर बोलना चाहते हैंए उस पर भी बोलें लेकिन परंपरा बनाए रखें और सर्वसम्मति से धन्यवाद प्रस्ताव पारित करें। इसके बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम जानते हैं कि राष्ट्रपति संस्था होते हैं और हम राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद उनके प्रति आभार व्यक्त करने की परंपरा को कभी टूटने नहीं दिया गया। चौधरी ने कहा कि लेकिन हम उन किसानों की बदहाली और बर्बादी पर चुप नहीं रह सकते जो हमें अन्न देते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसान आंदोलन में काफी संख्या में किसानों ने जान गंवायी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हम राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन हमारी मांग यह थी कि किसानों के विषय पर भी अलग से चर्चा हो। चौधरी ने कहा कि देश की संसद किसानों का सम्मान करे और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के बाद किसानों के मुद्दे पर अलग से चर्चा हो। कांग्रेस नेता ने कहाए ष्ष्हमारी बात तो बाहर नहीं जा पाती है। हम चाहते हैं कि किसानों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिये 2.4 घंटे की चर्चा करें।ष्ष् अधीर रंजन चौधरी ने कहाए ष्ष्लेकिन बहुमत के बाहुबली हमारी बात को दबा देते हैं। यह कोई हमारी व्यक्तिगत मांग नहीं है बल्कि देश के किसानों के मुद्दे पर बात रखने के लिये हम चर्चा चाहते हैं।ष्ष् इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहाए ष्ष्मैं राजनाथ सिंह को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने सदन चलाने के लिए नेताओं से अनुरोध किया। मेरा भी यही प्रयास था और मैं धन्यवाद करता हूं कि सभी नेताओं ने सहमति जताई।ष्ष् उन्होंने कहा कि मुझे दुख होता है कि कई सदस्य नारेबाजी करते हैं और कुछ लोग सदन की गरिमा भी नहीं रखते। यह संसदीय लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। देश की जनता चाहती है कि सदन चले। उल्लेखनीय है कि विवादों में घिरे तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग और दिल्ली के कई सीमा क्षेत्रों में चल रहे किसानों के आंदोलन का मुद्दा पिछले सप्ताह लगातार चार दिन लोकसभा में छाया रहा और इस मुद्दे पर चर्चा को लेकर कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के हंगामे के कारण पिछले सप्ताह कामकाज बाधित रहा। हालांकि आज राजनाथ सिंह की अपील के बाद गतिरोध टूटा और चर्चा शुरू हुई।
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी।
दल के साथ देश और सदन की भी चिंता की आजाद नेरू मोदी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कभी नेता विपक्ष के रूप में केवल अपना दबदबा बनाये रखने की कोशिश नहीं की बल्कि उन्होंने अपने दल के साथ साथ देश तथा सदन की भी चिंता की।
श्री मोदी ने श्री आजाद का उच्च सदन में कार्यकाल पूरा होने के मौके पर मंगलवार को अपने विदायी संबोधन में यह बात कही। श्री आजाद के साथ साथ जम्मू कश्मीर से राज्यसभा में सदस्य मीर फय्याजए शमशेर सिंह मन्हास और नजीर अहमद को भी विदायी दी गयी। श्री आजाद और श्री अहमद का कार्यकाल 15 फरवरी को जबकि श्री मन्हास और श्री फय्याज का कार्यकाल 10 फरवरी को पूरा हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री आजाद अपने दायित्व के प्रति बहुत सजग थे और उन्होंने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभायी। ऐसा लगता है कि उनके उत्तराधिकारी के लिए उनकी जगह लेना बहुत कठिन होगा। उन्होंने कहा कि श्री आजाद ने नेता विपक्ष के रूप में कभी अपना दबदबा बनाये रखने की कोशिश नहीं की और अपने दल के साथ साथ देश और सदन की भी चिंता की। उन्होंने कहा कि यह कार्यकाल उनके कैरियर का संभवत उत्तम कार्यकाल है क्योंकि इस दौरान इतिहास ने करवट ली है और वे इसके सहयात्री रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि श्री आजाद के सत्ता और विपक्ष के 28 वर्षों के अनुभव से सबको बहुत कुछ सीखने को मिला है और उनकी कमी सदन को हमेशा खलेगी। श्री मोदी ने भावुक होते हुए कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो श्री आजाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे और उन दोनों के बीच जबरदस्त तालमेल तथा सहयोग था। गुजरात में एक हमले मे कुछ लोगों की मौत होने के समय श्री आजाद की एकजुटता का उल्लेख करते हुए वह बहुत भावुक हो गये और कहा कि श्री आजाद ने उस समय परिवार के सदस्य की तरह चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वह एक मित्र के रूप में श्री आजाद का हमेशा आदर करते हैं और उनके विचारों था सुझावों के लिए उनके द्वार हमेशा खुले रहेंगे।
मोदी ने बिडेन से की बातचीतए म्यांमार समेत आपसी सहयोग पर की चर्चा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन से सोमवार रात को फोन पर बातचीत करते हुए क्षेत्रीय मुद्दों और दोनों देशों की प्राथमिकताओं समेत म्यांमार की मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा की। श्री मोदी ने ट्वीट कर स्वयं यह जानकारी देते हुए कहाए ष्जो बिडेन से बात की और उन्हें सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। हमने क्षेत्रीय मुद्दों और साझा प्राथमिकताओं पर चर्चा की। हम जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अपने सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी सहमत हुए।ष् उन्होंने कहाए ष्राष्ट्रपति जो बिडेन और मैं एक नियम.आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम भारत.प्रशांत क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।ष्
व्हाइट हाउस की तरफ से जारी जानकारी के अनुसारए ष्दोनों नेताओं ने स्वतंत्र और खुले भारत.प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए करीबी सहयोग जारी रखने पर सहमति व्यक्त की जिसमें नेविगेशन की स्वतंत्रताए क्षेत्रीय अखंडता और एक मजबूत क्षेत्रीय वास्तुकला का समर्थन शामिल है।ष्
श्री मोदी और श्री बिडेन ने म्यांमार में वापस लोकतंत्र को बरकरार रखे जाने को लेकर भी सहमति व्यक्ति की जहां स्टेट काउंसलर आंग सान सू की और म्यांमार के राष्ट्रपति विन म्यिंट के खिलाफ तख्तापलट करने के बाद सेना ने एक साल के लिए आपातकाल लागू कर दिया है।
दोनों नेताओं ने साथ ही इस बात पर भी प्रतिबद्धत्ता व्यक्ति की कि अमेरिका और भारत वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए मिलकर काम करेंगे तथा जलवायु परिवर्तन को लेकर भी अपनी साझेदारी को नवीनीकृत करेंगे।
इसके अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण इस तरह से करेंगे जिससे दोनों देशों के लोगों को फायदा हो। दोनों ने वैश्विक आतंकवाद के संकट के खिलाफ एक साथ खड़े होने को लेकर भी पूरी तरह से सहमति व्यक्त की।
व्हाइट हाउस के अनुसार बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन ने भी विश्व भर में लोकतांत्रिक संस्थानों और मानदंडों की रक्षा करने की अपनी इच्छा को रेखांकित किया और कहा कि अमेरिका.भारत संबंधों के लिए लोकतांत्रिक मूल्य साझा आधार है।
श्री बिडेन के पिछले महीने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद दोनों नेताओं के बीच फोन पर यह पहली बार बातचीत हुई है। इससे पहले श्री मोदी ने जो बिडेन को राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद भी अपनी शुभकामनाएं भेजीं थीं।
वाईएसआर सदस्य ने राज्यसभा में सभापति से मांगी क्षमा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू के निष्पक्ष रवैये पर सवाल उठाने को लेकर वाईएसआर कांग्रेस के विजयसाई रेड्डी ने मंगलवार को अपने आचरण पर खेद जताया और सदन को भरोसा दिलाया कि भविष्य में उनकी ओर से इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी। मंगलवार को शून्यकाल आरंभ होते ही संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को उच्च सदन में हुई इस घटना का उल्लेख करते हुए इसकी निंदा की और कहा कि ऐसा आचरण स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने आसन से कहाए ष्ष्कल जो कुछ भी हुआए वह बहुत निंदनीय है। आपके प्रति हमारे दिल में बहुत सम्मान है। आसन के प्रति बहुत सम्मान है। आसन पर आक्षेप लगाना स्वीकार्य नहीं है। इसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं।ष्ष् जोशी ने इस घटना के लिए खेद जताते हुए रेड्डी से आग्रह किया कि वह अपने आचरण के लिए सभापति से क्षमा मांगें। रेड्डी ने खेद जताते हुए कहाए ष्ष्मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था। आसन को निष्प्रभावी बनाने वाला मैं कोई नहीं होता। कल मैं भावुक हो गया था। मैं अपने शब्दों को वापस लेता हूं। मैं खेद जताता हूं। मैं भावुक हूं। आश्वासन देता हूं कि इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी।ष्ष् इसके साथ ही सभापति नायडू ने इस मामले को यहीं समाप्त करने की घोषणा की। ज्ञात हो कि सोमवार को रेड्डी ने व्यवस्था के प्रश्न का हवाला देते कहा था कि कुछ दिन पहले तेलुगु देशम पार्टी ;टीडीपीद्ध के एक सदस्य ने इस सदन में एक ष्ष्आपत्तिजनकष्ष् मामला उठाया था। उन्होंने कहा थाए ष्ष्इस मामले को उठाया नहीं जाना चाहिए था। इसे सदन की कार्यवाही से निकाला लाना चाहिए।ष्ष् सभापति नायडू ने इस पर कहा कि यह व्यवस्था के प्रश्न से जुड़ा मुद्दा नहीं है और संबंधित सदस्य उन्हें लिखित में अपनी आपत्ति जता सकते हैं। उन्होंने कहाए ष्ष्यदि कुछ आपत्तिजनक होगा और नियम उसकी अनुमति नहीं देते हैं तो मैं आवश्यक कार्रवाई करूंगा।ष्ष् लेकिन इसके बावजूद रेड्डी बोलते रहे। इसी बीच रेड्डी ने सभापति पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। रेड्डी के आरोपों पर सदन के कुछ सदस्यों ने आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इस पर सभापति नायडू ने कहा कि उन्हें भी इससे बहुत ठेस पहुंची है और रेड्डी का विचार आसन को निष्प्रभावी बनाने के लिए है। उन्होंने कहा ष्ष्लेकिन मैं आसन को निष्प्रभावी बनाने के इस तरह के प्रयासों के आगे झुकूंगा नहीं।ष्ष्
सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर अभियान जारी
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। उत्तराखंड के चमोली जिले के रेंणी क्षेत्र में आई विकराल बाढ़ के कारण एनटीपीसी की तपोवन.विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे 30.35 लोगों को बाहर निकालने के लिए सेनाए राष्ट्रीय आपदा मोचन बलए भारत तिब्बत सीमा पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल का बचाव और राहत अभियान मंगलवार को भी युद्धस्तर पर जारी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार शाम को आपदाग्रस्त तपोवन क्षेत्र पहुंचे थे और उन्होंने मंगलवार सुबह क्षेत्र का हवाई दौरा किया और हादसे में घायल हुए लोगों से अस्पताल में मुलाकात की तथा उनका हालचाल जाना।
रविवार को पहाड़ से गिरी लाखों टन बर्फ के कारण ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदियों में अचानक बाढ़ आ गई और इससे ऋषिगंगा और तपोवन.विष्णुगाड बिजली परियोजनाओं में काम करने वाले और आसपास रहने वाले करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसारए अब तक 26 शव बरामद हो चुके हैं जबकि 171 लोग अब भी लापता हैं।
तपोवन में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि इस समय प्राथमिकता सुरंग के अंदर फंसे लोगों तक पहुंचने और ज्यादा से ज्यादा लोगों का जीवन बचाना है।
एनटीपीसी की सुरंग में भारी मलबा होने तथा उसके घुमावदार होने के कारण बचाव और राहत कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं इसके बावजूद सुरंग का आधे से ज्यादा रास्ता अब तक साफ किया जा चुका है और अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही वहां फंसे लोगों से संपर्क हो सकेगा।
लाल किले की घटना का आरोपी दीप सिद्धू गिरफ्तार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। केन्द्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ष्ट्रैक्टर परेडष् के दौरान लाल किले में हुई घटना के आरोपी दीप सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस उपायुक्त ;विशेष प्रकोष्ठद्ध संजीव कुमार यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने यह गिरफ्तारी की। पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मामले में अभिनेता दीप सिद्धू तथा तीन अन्य की गिरफ्तारी में मददगार हो सकने वाली जानकारी देने पर एक लाख रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा भी की थी। गौरतलब है कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसान संगठनों की मांग के समर्थन में 26 जनवरी को किसानों ने ष्ट्रैक्टर परेडष् निकाली थी और इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़पें हुई थीं। इस दौरान बहुत से प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किले तक पहुंच गए थे और उन्होंने वहां एक ध्वजस्तंभ में धार्मिक झंडा लगा दिया था।
कोरोना के सक्रिय मामलों में करीब पांच हजार की गिरावट
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के नये मामलों के 10 हजार से नीचे आ जाने तथा संक्रमणमुक्त होने वालों का आंकड़ा 14 हजार से अधिक रहने से सक्रिय मामलों में करीब पांच हजार की गिरावट दर्ज की गयी। इस बीच देश में अब तक 62 लाख 59 हजार आठ लोगों का कोविड.19 टीकाकरण किया जा चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 9ए110 मामले सामने आये जिससे संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर एक करोड़ आठ लाख 47 हजार से अधिक हो गया। इसी दौरान 14ए016 मरीज स्वस्थ हुए जिसके साथ कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या एक करोड़ पांच लाख 48 हजार 521 हो गयी है। वहीं सक्रिय मामले 4ए984 घटकर 1ए43ए625 रह गये। इस अवधि में 78 मरीजों की मौत हो गयी और मृतकों का आंकड़ा बढ़कर एक लाख 55 हजार 158 हो गया। देश में रिकवरी दर अभी 97ण्25 और सक्रिय मामलों की दर 1ण्32 तथा मृत्युदर 1ण्43 फीसदी है। केरल में इस दौरान 2233 सक्रिय मामले घटे और सर्वाधिक 5959 मरीज स्वस्थ हुए हैं। राज्य में सक्रिय मामले अब 65ए670 हो गये हैंए वहीं कोरोना को मात देने वालों का आंकड़ा बढ़कर 9ण्02 लाख हो गया है जबकि 16 और मरीजों की मौत से मृतकों की संख्या 3883 हो गयी है।
मिजोरम में नौ तथा दादर.नागर हवेली एवं दमन.दीव में दो लोगों की मौत हुई है।
ओटीटी प्लेटफार्म को नियंत्रित करने के लिए दिशा निर्देश तैयार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म के नियंत्रण और मार्गदर्शन के लिए दिशा निर्देश तैयार हो गया है और इसे जल्दी ही लागू किया जायेगा। श्री जावडेकर ने शून्यकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी के महेश पोद्दार द्वारा इस मामले को उठाये जाने पर कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म को लेकर दिशा निर्देश तैयार हो गया है जिसे जल्दी लागू किया जायेगा। ओटीटी प्लेटफार्म को लेकर सरकार को सुझाव और शिकायतें मिली है। इससे पहले श्री पोद्दार ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान सिनेमाघरों और मनोरंजन के अन्य साधनों के बंद होने के बाद इंटरनेट तथा ओटीटी प्लेटफार्म की मांग में तेजी से वृद्धि हुई। ओटीटी प्लेटफार्म पर महिलाओं को लेकर गंदी टिप्पणियां की जा रही है। इस पर गाली गलौज की भाषा का उपयोग हो रहा है इसलिए इसे नियंत्रित किये जाने की जरूरत है।
यूपी.पंजाब पुलिस को बड़ी सफलताए खालिस्तानी आतंकी जगदेव सिंह जग्गा लखनऊ में गिरफ्तार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। पंजाब और यूपी पुलिस को सोमवार को लखनऊ में बड़ी कामयाबी मिली। दोनों प्रदेशों की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में खालिस्तानी आतंकी जगदेव सिंह जग्गा को गिरफ्तार किया है। जग्गा पंजाब से लखीमपुर के रास्ते लखनऊ आ रहा था। पंजाब पुलिस और यूपी पुलिस ने सोमवार दोपहर उसे सचिवालय चौराहा सेक्टर सी जानकीपुरम से पकड़ लिया। वह राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के कई मामलों में वांछित था और पंजाब पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
खालिस्तानी आतंकी जगदेव सिंह जग्गा का एक साथी पंजाब में गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ में जानकारी मिली कि सुरक्षित ठिकाने की तलाश में जगदेव सिंह जग्गा लखनऊ जा रहा है। इस जानकारी के आधार पर अमृतसर स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल से इंस्पेक्टर इंद्रदीप सिंह ने नेतृत्व में 10 पुलिसकर्मियों की टीम लखनऊ पहुंची। यहां लखनऊ पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
खालिस्तायन समर्थक आतंकवादी परमजीत सिंह पम्मा और मलतानी सिंह का साथी जगदेव सिंह को लखनऊ की विकास नगर पुलिस व पंजाब पुलिस की संयुक्ती टीम ने दोपहर दो बजे गिरफ्तार किया है। पंजाब के फिरोजपुर जिले के फतेहगढ़ सकरा थाना जीरा गांव निवासी आतंकी पर स्टे ट स्पेरशल ऑप्रेजशन सेल अमृतसर पंजाब में अर्म्स एक्ट समेत करीब नौ मुकदमे दर्ज हैं।
जगदेव सिंह उर्फ जग्गा की गिरफ्तारी लखनऊ पुलिस आयुक्तर डीके ठाकुर द्वारा चलाए जा रहे अपराध एवं अपराधियों के नियंत्रण अभियान के तहत हुई है। इस वांछित आतंकी को स्टे ट स्पे शल आपरेशन सेल अमृतसर ;पंजाबद्धए क्राइम ब्रांच लखनऊए सर्विलांस क्राइम ब्रांच व विकास नगर थानाए लखनऊ की संयुक्तं पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस जल्दि ही आतंकी को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेगी। जग्गां के खिलाफ सात फरवरी को अमृतसर की कोर्ट के न्यायिक मजिस्ट्रे ट ने गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था। बताया जा रहा है कि आतंकी का संबंध खालिस्ता न समर्थक आतंकवादी परमजीत सिंह पम्मार एवं मलतानी सिंह व अन्यै राष्ट्रं विरोधी तत्वों् से है। परमजीत सिंह इंग्लैं ड में रहकर राष्ट्रर विरोधी गतिविधियों में लिप्ती है। जग्गां 2019 में 23 मार्च से 19 अक्टूϐबर तक और 2020 में 26 अक्टूरबर से 26 नवंबर तक अमृतसर की जेल व गुरदासपुर की जेल में सजा काट चुका है।
तमिल को आधिकारिक भाषा बनाया जाए रू द्रमुक
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। तमिल को भारत की आधिकारिक भाषा बनाने की मांग उठाते हुए द्रमुक के एक सांसद ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि केंद्र सरकार को ष्आग से नहीं खेलनाष् चाहिए और तमिल भाषा को लेकर उचित निर्णय लेने चाहिए। निचले सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए द्रमुक के नेता टी आर बालू ने कहा कि तमिल को देश की आधिकारिक भाषा बनाया जाना चाहिए लेकिन सरकार इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाए सिंगापुर जैसे देशों में भी तमिल आधिकारिक भाषा है तो भारत जैसे बड़े देश में क्या दिक्कत है। बालू ने दावा किया कि तमिलनाडु में 49 केंद्रीय विद्यालय हैंए लेकिन एक में भी तमिल भाषा नहीं पढ़ाई जाती। उन्होंने कहाए ष्ष्सरकार इन केंद्रीय विद्यालयों में तमिल भाषा की पढ़ाई नहीं होने देना चाहती।ष्ष् बालू ने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि उसे ष्आग से नहीं खेलनाष् चाहिए और तमिल को उचित स्थान देना चाहिए। द्रमुक नेता ने कोरोना वायरस का टीका लाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की प्रशंसा की और कहा कि इस कार्य में देश के वैज्ञानिक भी प्रधानमंत्री के साथ खड़े रहे। इस दौरान सदन में प्रधानमंत्री मोदी उपस्थित थे। बालू ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर 70 दिन से अधिक समय से किसान आंदोलन कर रहे हैंए लेकिन सरकार उनकी मांग नहीं सुन रही। सरकार को इस पर किसी भी तरह का ष्अहमष् छोड़कर सकारात्मक तरीके से जवाब देना होगा। बालू ने कहा कि सरकार को तत्काल तीन नये केंद्रीय कानूनों को वापस लेकर विवाद का हल निकालना चाहिए। उन्होंने नये संसद भवन और सचिवालयों संबंधी निर्माणाधीन सेंट्रल विस्टा परियोजना पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मौजूदा संसद भवन में क्या कमी है और सेंट्रल विस्टा के लिए 20 हजार करोड़ रुपये खर्च करने की क्या जरूरत है। बालू ने तमिलनाडु के मछुआरों की समस्याओं के लिए भी सरकार से सुधारात्मक कदम उठाने का अनुरोध किया और महिला आरक्षण विधेयक पर भी ध्यान देने की बात कही।
कोरोना वायरस महामारी के पर्यटन पर प्रभाव का अध्ययन करा रही है सरकार
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। सरकार ने 8 फरवरी को बताया कि ष्भारत में कोरोना वायरस महामारी रू पर्यटन उद्योग से जुड़े परिवारों की आर्थिक क्षति एवं बहाली से संबंधित नीतियांष् विषयक अध्ययन करने के लिये राष्ट्रीय अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान परिषद ;एनसीएईआरद्ध को नियुक्त किया है। लोकसभा में कल्याण बनर्जी के प्रश्न के लिखित उत्तर में पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि इस अध्ययन का मकसद पर्यटन क्षेत्र पर कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव के कारण क्षेत्रवार नुकसान तथा अर्थव्यवस्था में आय के समग्र नुकसान एवं रोजगार संबंधी क्षति की मात्रा निर्धारित करने का आकलन करना है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अध्ययन के जरिये विभिन्न हितधारकों से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर सामान्य रूप से पर्यटन क्षेत्र और विशेष रूप से पर्यटन संबंधी कार्यकलापों से जुड़े परिवारों को राहत प्रदान करने के लिये उचित नीतिगत उपाय प्रस्तावित करना है। पटेल ने कहा कि ष्भारत में कोरोना वायरस महामारी रू पर्यटन उद्योग से जुड़े परिवारों की आर्थिक क्षति एवं बहाली से संबंधित नीतियांष् संबंधी अध्ययन करने के लिये राष्ट्रीय अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान परिषद ;एनसीएईआरद्ध को नियुक्त किया गया है। तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने पूछा था कि क्या यह सच है कि कोविड.19 के कारण देश में पर्यटन से जुड़े 8ण्5 करोड़ रोजगार पर खतरा मंडरा रहा है। क्या संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने विश्वभर में एवं भारत में पर्यटन में 58 से 78 प्रतिशत तक की कमी आने का अनुमान लगाया है। इस पर पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि मई 2020 के लिये यूएनडब्ल्यूटीओ वर्ल्ड टूरिज्म बैरोमीटर के अनुसार यूएनडब्ल्यूटीओ ने विश्वभर के पर्यटन आवागमन में 58.78 प्रतिशत तक कमी आने का अनुमान लगाया है।
सरकार ने ट्विटर से गलत सूचना फैलाने वाले 1178 अकाउंट बंद करने को कहा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। सरकार ने ट्विटर को पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थकों से संबंधित 1ए178 अकाउंट बंद करने का आदेश दिया है जो किसानों के विरोध प्रदर्शनों को लेकर गलत सूचना और उत्तेजक सामग्री फैला रहे हैं। यह जानकारी सूत्रों ने दी। सूत्रों ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने चार फरवरी को इन ट्विटर अकाउंट की एक सूची साझा की थी। सूत्रों के अनुसार इन अकाउंट की पहचान सुरक्षा एजेंसियों ने खालिस्तान समर्थक या पाकिस्तान द्वारा समर्थित और विदेशी धरती से संचालित होने वाले अकाउंट के तौर पर की थीए जिनसे किसान आंदोलन के दौरान सार्वजनिक व्यवस्था को खतरा है। सूत्रों ने कहा कि इनमें से कई खाते ष्आटोमेटेड बॉटष् थे जिनका इस्तेमाल किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर गलत सूचना और उत्तेजक सामग्री साझा करने के लिए किया जा रहा था। सूत्रों ने कहा कि ट्विटर ने अभी तक नवीनतम आदेश का अनुपालन नहीं किया है। इससे पहलेए सरकार ने ट्विटर को उन ष्हैंडलष् और ष्हैशटैगष् को हटाने का आदेश दिया था जिसमें दावा किया गया था कि किसान नरसंहार की योजना बनाई जा रही है। सरकार ने कहा था कि इस तरह की गलत सूचना और भड़काऊ सामग्री सार्वजनिक व्यवस्था को प्रभावित करेगी। सरकार ने साथ ही ट्विटर को निर्देश का अनुपालन करने में विफल रहने पर दंडात्मक कार्रवाई की भी चेतावनी दी है। ट्विटर ने उन अकाउंट को एकतरफा अनब्लॉक करने से पहले कुछ घंटे के लिए ब्लॉक किया था। उस समयए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट को कानून के प्रासंगिक प्रावधान के तहत 257 यूआरएल ;वेब पतेद्ध और एक हैशटैग को बंद करने के लिए कहा था क्योंकि ष्ष्वे ;किसानद्ध विरोध प्रदर्शन के बारे में गलत सूचना फैला रहे थे और उनसे हिंसा फैल सकती थी जिससे देश में सार्वजनिक व्यवस्था की स्थिति प्रभावित हो सकती थी।ष्ष् सूत्रों ने कहा कि ट्विटर ने पूर्व के आदेश का पूरी तरह से अनुपालन अभी नहीं किया है। सूत्रों ने कहा कि सरकार ने एक और आदेश जारी किया है जिसमें उसने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म को पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थकों के अकाउंट को बंद करने के लिए कहा गया है। किसान विरोध प्रदर्शन के समर्थन में कई विदेशी हस्तियों द्वारा किए गए कई ट्वीट को ट्विटर के सीईओ जैक डोरसी द्वारा हाल ही में लाइक किये जाने से भी आईटी मंत्रालय परोक्ष तौर पर अप्रसन्न है। सूत्र ने कहा कि इस कदम से प्लेटफार्म के तटस्थता के दावों पर आशंका उत्पन्न होती है और ट्विटर द्वारा सरकार के आदेशों की अवहेलना कई सवाल खड़े करती है। सूत्रों ने साथ ही कहा कि कोई भी कंपनी किसी भी सरकारी आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए स्वतंत्र है अगर उसे लगता है कि वह उस आदेश का पालन नहीं कर सकती है। सूत्रों ने कहा कि ट्विटर ने इन आदेशों में से किसी को भी न तो भारत के किसी अदालत में चुनौती दी है और न ही सरकार के निर्देश का अनुपालन किया है। ट्विटर के प्रवक्ता ने एक ई.मेल प्रतिक्रिया में कहा कि प्लेटफार्म सार्वजनिक संवाद के सशक्तिकरण और पारदर्शिता के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित है। प्रवक्ता ने कहाए ष्ष्अगर हमें ट्विटर पर संभावित अवैध सामग्री के बारे में वैध कानूनी अनुरोध प्राप्त होता हैए तो हम इसकी समीक्षा ट्विटर के नियमों और स्थानीय कानूनए दोनों के तहत करते हैं। यदि सामग्री ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करती हैए तो सामग्री को सेवा से हटा दिया जाएगा।ष्ष् प्रवक्ता ने कहाए ष्ष्यदि यह एक विशेष अधिकार क्षेत्र में अवैध होना निर्धारित करता हैए लेकिन ट्विटर के नियमों का उल्लंघन नहीं हैए तो हम केवल उस स्थान में सामग्री तक पहुंच को रोक सकते हैं। सभी मामलों मेंए हम अकाउंट धारक को सीधे सूचित करते हैं ताकि उसे पता चले कि हमें अकाउंट से संबंधित एक कानूनी आदेश प्राप्त हुआ है।ष्ष्
कांग्रेस ने पांच लाख ष्सोशल मीडिया वॉरियरष् तैयार करने के लिए आरंभ किया अभियान
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। कांग्रेस ने देश भर में पांच लाख ष्सोशल मीडिया वॉरियरष् तैयार करने के मकसद से सोमवार को एक अभियान शुरुआत की। पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसलए प्रवक्ता पवन खेड़ा और पार्टी के सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख रोहन गुप्ता ने इस अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर बंसल ने संवाददाताओं से कहाए ष्ष्हमारा लक्ष्य है कि पांच लाख सोशल मीडिया वॉरियर बने। इनके माध्यम से देश के सामने खड़े मुद्दों को उठाया जाएगा। इसके साथ ही इन वरियर के माध्यम से विचारों और सिद्धांतों की बात होगी।ष्ष् खेड़ा ने कहाए ष्ष्हम काडर आधारित पार्टी नहींए बल्कि हम मुद्दा आधारित पार्टी हैं। हम लोगों के मुद्दे पहले भी उठाते रहे हैं और आगे भी उठाएंगे। इसी भावना के साथ से यह अभियान आरंभ किया जा रहा है।ष्ष् रोहन गुप्ता ने दावा कियाए ष्ष्लोकतांत्रिक संस्थाओं को दबाया जा रहा है और उनके ;सरकार केद्ध खिलाफ आवाज उठाने वालों को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि हम इसका जवाब दें और देश को बचाएं।ष्ष् उन्होंने कहाए ष्ष्हम चुप नहीं बैठ सकते। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम देश की आवाज बुलंद करें। इसीलिए हम यह अभियान आरंभ कर रहे हैं। हम हर युवा को मंच प्रदान करना चाहते है। हम इस अभियान को एक महीने तक चलाएंगे ताकि देश भर से लोग इसके साथ जुड़ें।ष्ष्
किसानों के हित में हर जरूरी कदम उठा रही है मोदी सरकार रू भाजपा
अंतिम प्रवक्ता नई दिल्ली 10 फरवरी। भाजपा अध्यक्ष जेण्पीण् नड्डा ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन को बहुत से विषयों को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम को तोड़ने वाला और देश को स्पष्ट दिशा देने वाला करार दिया। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में वर्षों से लम्बित विषयोंए छोटे एवं सीमांत किसानोंए गरीब कल्याण से लेकर आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए सरकार की नीतियों और प्रयासों को बहुत व्यापक रूप से उल्लेखित किया। उन्होंने कहाए ष्ष्प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा कि हमारी सरकार किसानों के हित के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है और हमारे लिए सिर्फ और सिर्फ किसान कल्याण ही प्राथमिकता है।ष्ष् उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी वर्षों से नजरअन्दाज किए जा रहे छोटे किसानों के विकास के लिए मूलभूत परिवर्तन कर रहे है। नड्डा ने कहाए ष्ष्राज्यसभा में प्रधानमंत्री का वक्तव्य बहुत से विषयों के प्रति फैलाए जा रहे भ्रम जाल को तोड़ने वाला और देश को स्पष्ट दिशा देने वाला है। पूरे देश को मोदी जी में भरोसा है। देश जानता हैए मोदी जी का प्रत्येक क्षण सिर्फ और सिर्फ देश के लिए समर्पित है।ष्ष् केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज राज्यसभा में किसान व गरीब कल्याण से लेकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार के संकल्प को बहुत व्यापक रूप से उल्लेखित किया। उन्होंने ट्वीट कर कहाए ष्ष्प्रधानमंत्री ने किसानों के प्रति सरकार की नीयत और नीतियों का स्पष्ट वर्णन कर उनकी आय को दोगुना करने के संकल्प को दर्शाया है।ष्ष् रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहाए ष्ष्राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कृषि और किसान के साथ गरीब कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को प्रभावी तरीक़े से स्पष्ट किया। उन्होंने कृषि क़ानूनों के बारे में बड़ी बेबाक़ी से अपनी बात रखी।ष्ष् शाह और सिंह सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने जनता से प्रधानमंत्री का भाषण जरूर सुनने की अपील की। इससे पहलेए प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान तीन कृषि कानूनों को लेकर जारी किसानों के आंदोलन को समाप्त करने की अपील की। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून देश में छोटे और सीमांत किसानों के लिए विकास के नये द्वार खोलेंगे। केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार गरीबों और किसानों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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