ग्यारवाॅ हिंदी महाकुम्भ एवं साहित्य सृजन सम्मान सम्मेलन
[metaslider id=290]संस्था परिवर्तन जन कल्याण समिति-दिल्ली के तत्वाधान में 14 अक्टूबर 2014 (मंगलवार) को गांधी जयंती के उपलक्ष्य मे मंगलवार सायं 5.00 बजे कान्स्टीट्यूशन क्लब विट्ठल भाई पटेल हाउस, रफी मार्ग, नई दिल्ली-01 में ग्यारवें हिंदी महाकुम्भ एवं साहित्य सृजन सम्मान सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन श्री भीष्म नारायण सिंह पूर्व राज्यपाल ने किया, मुख्य अतिथि के रूप में डा. जीबीजी कृष्णा मूर्ती, विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री भानुप्रताप सिंह वर्मा, सांसद डा. यशवंत सिंह सांसद उपस्थित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल, सांसद ने की एवं सम्मानित अतिथि के रूप में श्री आर.पी. सिंह महासचिव अंतर्राष्ट्रीय क्षत्रीय महासभा, श्री अशोक ठाकुर राष्ट्रीय सह-संयोजक, सहकारिता प्रकोष्ठ भाजपा एवम् निदेशक नैफेड ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। स्वागताध्यक्ष श्री महेश चन्द शर्मा पूर्व महापौर दिल्ली ने इस कार्यक्रम को देश सेवा और पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोहने वाला कार्यक्रम बताया। संस्था अध्यक्ष देशपाल सिंह राठौर, संस्था कार्यक्रमों एवं उद्देश्यों से अवगत कराया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं राजकरण सिंह की प्रतिमा पर पुष्पार्पण से हुआ कुमारी कोयना विशवाल ने नृत्य के माध्यम से संरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
वक्तागणों ने एक स्वर में हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मांग की। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में राजभाषा हिंदी सम्मान वितरण किए गए।
डा. भद्रपाल सिंह, हिंदी विभागाध्यक्ष, एन.आर.ई.सी. स्नातकोार विद्यालय खुर्जा, उत्तर प्रदेश, राजकरण सिंह हिंदी स्मृति सम्मान: डा. अमरनाथ झा, एसोसिएट प्रोफेसर, इतिहास विभाग दिल्ली विश्व विद्यालय, हिंदी राजभाषा प्रचार प्रसार रत्न सम्मान: श्री रत्नेश गौतम, सयुक्त निदेशक, कर्मचारी राज्य, बीमा निगम, प्रधान कार्यालय नई दिल्ली, हिंदी राजभाषा कार्यान्वयन रत्न सम्मान: डा. सुनील कुमार लाहोटी, महाप्रबंधक, आई डी बी आई बैंक, प्रधान कार्यालय मुम्बई, श्री केशव बैजल, उप महाप्रबंधक, अंचल प्रमुख चंडीगढ़, यूनियन बैंक आफॅ इंडिया, हिंदी राजभाषा कार्यान्वयन रत्न सम्मान: श्री भोज प्रकाश, उप महाप्रबंधक राजभाषा, राष्ट्रीय लघु अद्योग निगम लिमिटेड, नई दिल्ली, हिंदी राजभाषा सेवाश्री सम्मान: श्रीमती विभा लक्ष्मी, आर जे (एफ एम गोल्ड), आकाशवाणी, नई दिल्ली, वैदिक संस्कृति रत्न सम्मान: श्री हरि चद्र आर्य, पूर्व शिक्षक एवम् प्रधान आर्य समाज मंदिर, मदनगीर, नई दिल्ली, कविता पाठ: श्री विजय गुप्त, साहित्यकार (हिंदी आशु कवि)
श्री रामबाहादुर राय वरिष्ट पत्रकार एवम् डाॅ. हरि सिंह पाल ने मुख्य वक्ता के रूप में हिंदी पर अपना गहन अध्ययन प्रस्तुत किया व मंच संचालन डाॅ. रेखा व्यास एवम् नरेन्द्र सिंह नीहार ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. प्रवीन सिंह जादौन ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री सत्यप्रकाश त्यागी, दिग्विजय पाठक, विजय गुप्त, हरीचन्द आर्य, संजीत वनरजी, मुकेश मनोज कुमार कुशवाह, डाॅ. गोपी सिंह चैहान, लक्ष्मण कुमार सिंह, हेमन्त सिंह चैहान आदि ने सहयोग किया। राष्ट्रीय गान के बाद संगोष्ठी समाप्त किया गया।