मेक इन इंडिया अभियान की मेहनत,रंग लाई चीन से आया तोहफा
देश में मैन्यूफैक्चरिंग की रफ्तार बढ़ाने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया नारे के नतीजे दिखने लगे हैं। मेक इन इंडिया अभियान को चीन से पहला तोहफा मिला है। चीन की मोबाइल हैंडसेट निर्माता कंपनी वीवो मोबाइल ने भारत में स्मार्टफोन बनाने की इकाई लगाने का ऐलान किया है। वैसे कंपनी इसी महीने से अपने उत्पाद भारतीय बाजार में लांच करने जा रही है।
मेक इन इंडिया अभियान के लिए सरकार का खास जोर चीन पर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की भारत यात्रा के दौरान चीन की कंपनियों को भारत में मैन्यूफैक्चरिंग इकाई लगाने पर बात हुई थी। मोदी इस पर खास जोर दे रहे हैं कि चीन समेत दक्षिण कोरिया और जापान की कंपनियों को भारत में यूनिट लगाने को प्रोत्साहित किया जाए। वैसे, सरकार का खासकर इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाली इकाइयों पर है।
वीवो मोबाइल इंडिया के डायरेक्टर जैकी लियाओ ने बताया कि भारत में स्मार्टफोन की भारी मांग और बाजार की संभावनाओं को देखते हुए कंपनी यहां अपनी यूनिट लगाना चाहती है। अभी इसके लिए कंपनी ने जगह की पहचान नहीं की है। कंपनी तीन साल के भीतर यहां इकाई लगा सकती है। हालांकि इस माह बाजार में लांच किए जा रहे कंपनी के मोबाइल हैंडसेट की प्रतिक्रिया देखने के बाद मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट पहले भी लगाई जा सकती है।
वीवो मोबाइल चीन के मोबाइल हैंडसेट बाजार की प्रमुख कंपनी है। इसकी बाजार हिस्सेदारी आठ फीसद है। कंपनी चीन में करीब 30 लाख फोन हर महीने बेचती है। भारत में कंपनी 20 राज्यों में अपने वितरक नियुक्त कर रही है।
कंपनी अपनी प्रस्तावित भारतीय इकाई को अन्य एशियाई देशों में निर्यात के लिए हब के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकती है। कंपनी का इरादा थाइलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर और म्यांमार जैसे बाजारों में उतरने का है।